नई दिल्ली, 5 मार्च (आईएएनएस)। भारतीय वायुसेना, रक्षा मंत्रालय और नागरिक उड्डयन महानिदेशालय ने तालमेल, सहयोग तथा तीव्र कार्रवाई का बेहतरीन उदाहरण पेश करते हुए काठमांडू में तुर्की एयरलाइंस विमान की लैंडिग दुर्घटना के कारण रनवे पर पहुंची बाधा को दूर करने के लिए दुर्घटना रिकवरी किट दिल्ली से काठमांडू भेजा है।
इस संबंध में नेपाल की ओर से एक अनुरोध चार मार्च को शाम 7 बजे प्राप्त हुआ था। वायुसेना मुख्यालय और हिंडन वायुसेना यूनिट ने देर रात तक इस संबंध में योजना तैयार की और आज तड़के एक एक्सीडेंट रिकवरी किट को मुम्बई से दिल्ली लाया गया और सुबह सवा 5 बजे हिंडन वायुसेना यूनिट में सी-130जे पर इस किट को लादने का कार्य शुरू कर दिया गया।
इस दौरान वायुसेना के तकनीकी विशेषज्ञ दल के सदस्य विमान से मुम्बई से दिल्ली पहुंचे। वायुसेना के पालम यूनिट पर इन अधिकारियों की कस्टम और आव्रजन संबंधी औपचारिकताओं को पूरा किया गया। सरकारी कार्य-प्रणाली के विभिन्न चरणों को तेजी से पूरा करते हुए सी-130जे 7.5 टन वजन और वायुसेना के तकनीकी दल के 11 विशेषज्ञ सदस्यों के साथ सुबह 11.07 मिनट पर काठमांडू के लिए रवाना हो गया।
सी-130जे को इस कार्य के लिए इसलिए चुना गया क्योंकि यह विमान भारी वजन ले जाने के साथ-साथ सीमित क्षेत्र में उतरने में भी सक्षम है। दुर्घटना के कारण काठमांडू हवाई अड्डे के प्रयोग में लाए जा रहे रनवे की लम्बाई सीमित होकर केवल 5000 मीटर रह गयी थी जिससे किसी भी वाणिज्यिक विमान के लिए वहां उतरना लगभग नामुमकिन था। इस अभियान को तीव्रता से अंजाम देने से सरकारी मशीनरी की दक्षता के साथ सरकार की मित्र देशों की सहायता के लिए प्रतिबद्धता का भी पता चलता है।