काठमांडू, 9 नवंबर (आईएएनएस)। नेपाल में मधेश आधारित पार्टियों व नेपाल सरकार के बीच सोमवार को होने वाली वार्ता रद्द हो गई।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की एक रपट के मुताबिक, देश के दक्षिणी हिस्से के मैदानी भाग में जारी अशांति के समाधान के लिए युनाइटेड डेमोक्रेटिक मधेशी फ्रंट की सरकार के साथ होने वाली वार्ता तैयारी में कमी के कारण रद्द कर दी गई।
सरकार की तरफ से वार्ताकार व उप प्रधानमंत्री व विदेश मामलों के मंत्री कमल थापा ने कहा, “आंदोलनकारी पार्टियों के साथ सोमवार को होने वाली वार्ता को तैयारी पूरी न होने के कारण रद्द कर दी गई।”
वार्ता की अगली तारीख हालांकि तय नहीं हुई है।
नए संविधान में संघीय सीमांकन पर असंतुष्टि को लेकर मधेश आधारित पार्टियां बीते ढाई महीने से सड़कों पर आंदोलन कर रही हैं।
जातिगत रूप से अल्पसंख्यक मधेशी लोगों के दबदबे वाला देश के दक्षिणी भाग का मैदानी और भारतीय सीमा से लगे क्षेत्र मधेशी पार्टियों के हड़ताल के कारण बुरी तरह प्रभावित हो गया है, क्योंकि बाजार, शिक्षण संस्थान व उद्योग पूरी तरह बंद हैं।
आंदोलनकारी पार्टियों व सरकार के बीच कुछ वार्ताएं हुई हैं, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला।
भारत-नेपाल सीमाई इलाके के बीरगंज में पिछले सप्ताह मधेशी पार्टियों के हड़ताल के बीच प्रदर्शन के दौरान पुलिस की गोली से एक भारतीय युवक की मौत के बाद दोनों पक्षों के बीच कोई बैठक नहीं हुई है।
इस बीच, मधेशी फ्रंट रविवार से ही सदन की कार्यवाही को बाधित कर रहा है।
उनका कहना है कि जब तक उनकी मांग का समाधान नहीं निकलता, संसदीय सत्र बाधित होता रहेगा।