वेलिंगटन, 24 फरवरी (आईएएनएस)। न्यूजीलैंड की विपक्षी पार्टियों ने मंगलवार को इस्लामिक स्टेट (आईएस) आतंकवादी संगठन से मुकाबले के लिए इराक में न्यूजीलैंड के सैनिकों को तैनात करने के सरकार के फैसले की निंदा की। विपक्षी दलों ने कहा कि इस दिशा में सरकार के पास जनादेश नहीं है।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, संसद सदस्य प्रधानमंत्री जॉन की के इस कदम पर संसद में वोट से इनकार करने की तीखी आलोचना कर रहे हैं। इस फैसले पर सरकार की तीन छोटी साझेदार पार्टियों में से दो अपने देश के सैनिकों की तैनाती के खिलाफ हैं। इस विरोध से ही गठबंधन में मतभेद सतह पर आ गया है।
इससे पहले दिन में की ने इस बात की पुष्टि की कि आईएस विरोधी अंतर्राष्ट्रीय गठजोड़ के तहत मई से न्यूजीलैंड के 143 सैनिक इराक में ‘सैन्य प्रशिक्षण अभियान’ पर दो वर्ष के लिए तैनात रहेंगे।
की ने कहा कि न्यूजीलैंड के सैन्यकर्मी लड़ाई से दूर ‘पर्दे के पीछे’ के अभियान में इराकी सुरक्षा बलों के साथ रहेंगे ताकि वे आईएस के साथ लड़ने के लिए बेहतर तैयारी कर सकें।
संसदीय मतदान से इंकार न्यूजीलैंड के उस बड़े सैन्य तैनाती के विरुद्ध है, जिसमें 2001 में अफगानिस्तान में सैनिकों को भेजा गया था।
विपक्षी पार्टियों ने कहा है कि की सरकार देश की स्वतंत्र विदेश नीति को नजरअंदाज कर रही है और आईएस के खिलाफ अमेरिका नीत 62 देशों के गठजोड़ में शामिल हो रही है।