नई दिल्ली, 19 जनवरी (आईएएनएस)। फिल्मकार पहलाज निहलानी को सेंसर बोर्ड का नया अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। वह लीला सैमसन का स्थान लेंगे। लीला ने पिछले दिनों केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) की अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने सोमवार को यह घोषणा की।
मंत्रालय के बयान में कहा गया है कि निहलानी को 19 जनवरी, 2015 को सीबीएफसी के अध्यक्ष पद पर तीन वर्षो के लिए अथवा अगले आदेश तक के लिए नियुक्त किया गया है। इसके साथ ही बोर्ड में नौ अन्य सदस्यों मिहिर भूटा, सैयद अब्दुल बारी, रमेश पतंगे, जॉर्ज बेकर, चंद्रप्रकाश द्विवेदी, जीविता, वाणी त्रिपाठी टिक्कू, एस.वी. शेखर, अशोक पंडित को नामित किया गया है।
निहलानी ने ‘शोला और शबनम’ तथा ‘अंदाज’ जैसी फिल्में बनाई हैं।
उल्लेखनीय है कि लीला सैमसन ने हाल ही में सीबीएफसी की अध्यक्ष के पद से इस्तीफा दे दिया। इसकी वजह उन्होंने सरकार की दखलंदाजी, भ्रष्टाचार और दबाव को बताया।
हालांकि बताया जाता है कि लीला के इस्तीफे की वजह डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम की फिल्म ‘एमएसजी-मैसेंजर आफ गॉड’ को फिल्म प्रमाणन अपीली न्यायाधिकरण द्वारा हरी झंडी दिया जाना है। सीबीएफसी ने इसे हरी झंडी देने से इंकार कर दिया था।
लीला के इस्तीफे के साथ ही बोर्ड के अन्य नौ सदस्यों ने भी त्यागपत्र दे दिया था। इनमें इरा भास्कर, लोरा प्रभु, पंकज शर्मा, राजीव मसंद, शेखरबाबू कंचर्ला, शाजी एन. करुण, शुभ्रा गुप्ता, टी.जी. त्यागराजन, ममांग दई और अरुं धती नाग शामिल हैं। एम.के. रैना और अंजुम राजाबाली ने पहले ही इस्तीफा दे दिया था।
सीबीएफसी, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के अधीन काम करने वाला एक सांविधिक संगठन है। यह सिनेमेटोग्राफ अधिनियम, 1952 के तहत फिल्मों के प्रदर्शन को नियंत्रित करता है।
मशहूर भरतनाट्यम नृत्यांगना लीला वर्ष 2011 में इसकी अध्यक्ष नियुक्त की गई थीं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।