हैदराबाद/पटना, 5 अक्टूबर (आईएएनएस)। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) ने बिहार विधानसभा चुनाव के लिए छह उम्मीदवारों की सूची सोमवार को जारी की।
एआईएमआईएम के प्रमुख, असदुद्दीन ओवैसी ने छह सीटों पर उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की।
एआईएमआईएम ने पिछले महीने फैसला किया था कि पार्टी बिहार के मुस्लिम बाहुल्य सीमांचल क्षेत्र की सीटों से चुनाव लड़ेगी। इस क्षेत्र में कुल 24 सीटें हैं, लेकिन ओवैसी ने केवल छह सीटों से ही चुनाव लड़ने का फैसला किया है।
कोचा धामन विधानसभा क्षेत्र से पार्टी की बिहार इकाई के अध्यक्ष अख्तरुल ईमान, किशनगंज से तासिरुद्दीन, रानी गंज से अमित पासवान, बैसी से गुलाम सरवर, अमौर से नवाजिश आलम और बलरामपुर से मोहम्मद आदिल पार्टी से चुनाव लड़ेंगे।
अख्तरुल ईमान पूर्व विधायक हैं। वह जनता दल (युनाइटेड) और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के साथ रह चुके हैं।
ओवैसी ने कहा कि उनकी पार्टी बिहार में छह सीटों पर चुनाव लड़ने के साथ नई शुरुआत कर रही है। उन्होंने कहा कि हम अपनी सीमाएं जानते हैं, इसीलिए कम सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं।
इससे पहले, पटना में सोमवार को ही, एआईएमआईएम की बिहार इकाई के नेता बेलाल अहमद ने कहा कि पार्टी सीमांचल की सभी 24 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। अहमद ने कहा कि छह सीटों की यह पहली सूची है, बाकी उम्मीदवारों की सूची जल्द ही जारी कर दी जाएगी।
एआईएमआईएम के प्रदेश अध्यक्ष अख्तरूल ईमान ने पार्टी प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के बिहार में छह सीटों पर ही चुनाव लड़ने के बयान पर आईएएनएस से कहा कि पार्टी प्रमुख का अभी तक इस मामले में कोई निर्देश प्रदेश इकाई को प्राप्त नहीं हुआ है।
उन्होंने कहा कि अभी भी अन्य शेष सीटों के लिए योग्य उम्मीदवारों के चयन की प्रक्रिया जारी है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी नेतृत्व जैसा फैसला करेगा, प्रदेश नेतृत्व उसका पालन करेगा।
एबीपी न्यूज चैनल के एक कार्यक्रम में ओवैसी ने कहा कि उनकी पार्टी सीमांचल के अधिकार और विकास के लिए लड़ रही है।
उन्होंने इस बात को गलत बताया कि उनकी पार्टी के चुनाव मैदान में उतरने से धर्मनिरपेक्ष मतों का विभाजन होगा। ओवैसी ने कहा, “243 सदस्यीय विधानसभा में महज छह सीटों पर चुनाव लड़ने के बावजूद इतना हंगामा क्यों मचा हुआ है?”
ओवैसी ने ताज्जुब जताया कि समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी, वामपंथी पार्टियां 150-200 सीटों पर चुनाव लड़ रही हैं, लेकिन उन्हें कोई कुछ नहीं कह रहा है।
उन्होंने किशनगंज में दिए गए अपने भाई अकबरुद्दीन ओवैसी के भाषण का समर्थन किया। अकबरुद्दीन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ‘जालिम’ और ‘शैतान’ कहा था।
ओवैसी ने कहा कि पूर्व केंद्रीय मंत्री राम जेठमलानी ने बिहार में भाजपा को हराने का आह्वान करते हुए मोदी के लिए इससे ज्यादा कड़े शब्दों का इस्तेमाल किया है। ओवैसी ने कहा, “हम शब्दों के इस्तेमाल पर बहस कर सकते हैं।”
ओवैसी से पूछा गया कि मोदी को गुजरात दंगों के मामले में अदालतों से क्लीन चिट मिल चुकी है। फिर उनकी पार्टी मोदी पर निशाना क्यों साध रही है। ओवैसी ने कहा कि गुजरात का मामला अभी भी अदालतों में है। “अपील की सभी संभावनाएं खत्म नहीं हुई हैं।”
ओवैसी ने कहा कि गुजरात दंगों के दौरान बतौर मुख्यमंत्री मोदी लोगों के जान और माल की हिफाजत करने की अपनी संवैधानिक जिम्मेदारी निभाने में असफल साबित हुए थे।
उल्लेखनीय है कि 243 सदस्यीय बिहार विधानसभा के लिए 12 अक्टूबर से पांच नवंबर के बीच पांच चरणों में मतदान होना है। मतों की गिनती आठ नवंबर को होगी।