गुवाहाटी, 20 जनवरी (आईएएनएस)। असम में सत्तारूढ़ कांग्रेस को विधानसभा चुनाव से पूर्व बुधवार को उस समय एक झटका लगा, जब पार्टी नेता और बिहार व त्रिपुरा के पूर्व राज्यपाल देवानंद कंवर बुधवार को इत्र व्यापारी बदरुद्दीन अजमल की पार्टी एआईयूडीएफ में शामिल हो गए।
गुवाहाटी, 20 जनवरी (आईएएनएस)। असम में सत्तारूढ़ कांग्रेस को विधानसभा चुनाव से पूर्व बुधवार को उस समय एक झटका लगा, जब पार्टी नेता और बिहार व त्रिपुरा के पूर्व राज्यपाल देवानंद कंवर बुधवार को इत्र व्यापारी बदरुद्दीन अजमल की पार्टी एआईयूडीएफ में शामिल हो गए।
कंवर बारपेटा जिले के चेंगा मे आयोजित एक सार्वजनिक सभा में ऑल इंडिया युनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (एआईयूडीएफ) शामिल हो गए।
अजमल ने एआईयूडीएफ में औपचारिक तौर पर कंवर का स्वागत करते हुए कहा कि यह पार्टी के लिए फायदेमंद साबित होगा।
कंवर 1955 में कांग्रेस में शामिल हुए थे, जब वह छात्र नेता थे और उन्होंने असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी (एपीसीसी) में विभिन्न पदों पर काम किया।
उन्होंने एआईयूडीएफ में शामिल होने के पीछे के कारणों का खुलासा नहीं किया है, वहीं मुख्यमंत्री तरुण गोगोई के साथ मतभेद मुख्य कारणों में से एक माना जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि 1991 में कंवर मुख्यमंत्री हितेश्वर सैकिया और 2001 में गोगोई के मंत्रिमंडल में काम कर चुके हैं।
वह शिक्षाविद् से वकील और फिर नेता बने। वह 2006 का विधानसभा चुनाव हार गए थे। कंवर को 2009 में बिहार का राज्यपाल नियुक्त किया गया था और वह इस पद पर 2013 तक रहे। उन्हें दिसंबर 2009 से जनवरी 2010 तक पश्चिम बंगाल के राज्यपाल का अतिरिक्त प्रभार भी सौंपा गया था।
उन्हें मार्च 2013 में त्रिपुरा का राज्यपाल नियुक्त किया गया और 28 जून, 2014 को पद से हटा दिया गया था।