एक करोड़ 20 लाख का सालाना वेतन पाने वाले कोन्का, क्रिस्टियानो रोनाल्डो और लियोनल मेसी के बाद तीसरे सबसे महंगे खिलाड़ी हैं।
कोन्का के बाद कई ब्राजीलियाई खिलाड़ी उनके नक्शे कदम पर चलते दिख रहे हैं।
कोन्का के अलावा चीन ने ब्राजील के जिन फुटबाल खिलाड़ियों को अपने फुटबाल क्लबों में शामिल किया है, उनमें डिएगो टारडेली (शानडोंग लुनेंग), रोबिन्हो (गुआंगझू एवरग्रान्डे) पॉललिन्हो (गुआंगझू एवरग्रान्डे), रिकाडरे गोयुलार्ट (गुआंगझू एवरग्रान्डे), जाडसन (टिआनजिन सोंगहजिआंग), लुईस फैबिअनो (तिआनजिन सोंगजिआंग), रेनाटो अगस्तो (बीजिंग गुआन) शामिल हैं।
टारडेली के अनुसार, चीन के क्लबों द्वारा दिए जाने वाले ज्यादा वेतन ने खिलाड़ियों को आकर्षित किया।
उन्होंने ‘ग्लोबोस्पोर्ट’ से कहा, “इसकी वजह से हमारी वित्तीय हालत सुधरी है। ब्राजील में प्रशंसकों के बीच खेलना काफी अच्छा होता है, लेकिन चीन में मिल रहा वेतन ज्यादा है और समय पर मिल रहा है। मैं 30 साल का हो चुका हूं और मुझे अपने भविष्य के बार में भी सोचना है।”
उल्लेखनीय है कि चीन सरकार देश में फुटबॉल को प्रोत्साहन दे रही है। इसका उद्देश्य चीन के फुटबाल क्लबों और देश की पुरुष एवं महिला टीमों को विश्व स्तर पर पहचान दिलाना है।