पटना, 15 सितंबर (आईएएनएस)। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी विधानसभा चुनाव वाले राज्य बिहार पहुंच गए हैं। उन्होंने यहां मंगलवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) उनके दुश्मन नंबर वन हैं।
उन्होंने हालांकि यह भी कहा कि बिहार के सीमांचल क्षेत्र के पिछड़ेपन के लिए कांग्रेस, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और जनता दल (युनाइटेड) भी जिम्मेवार हैं।
पटना में एक निजी समाचार चैनल के कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि उनकी कोशिश होगी कि बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की सरकार न बने।
एआईएमआईएम के चुनाव लड़ने से भाजपा को लाभ मिलने के सवाल पर उन्होंने कहा कि लोग इसके लिए सिर्फ उन्हें ही दोषी बता रहे हैं, लेकिन लालू प्रसाद अपने समधी मुलाायम सिंह यादव को नहीं रोक सके, वामपंथी भाग गए और एआईएमआईएम के चुनाव लड़ने से उनके पेट में दर्द होने लगा है।
उन्होंने कहा, “यकीनन भाजपा और आरएसएस को रोकना हम सभी की जिम्मेवारी है, मगर सिर्फ एक इंसान को चौधरी बनने से नहीं होगा, बल्कि सभी को एक साथ आना होगा।”
ओवैसी ने किसी का नाम लिए बगैर कहा, “मोदी के साथ मंच पर आने से तो लोग परहेज करते हैं, मगर घर में शादी हो तो मोदी को बुलाते हैं और उनके परिजन मोदी के साथ सेल्फी लेते हैं।” उनका इशारा मुलायम और लालू की तरफ था।
ओवैसी ने कहा कि एआईएमआईएम को सिर्फ मुस्लिमों की पार्टी कहे जाने पर उन्हें ऐतराज है। उन्होंने स्पष्ट किया कि उनकी पार्टी का मुख्य उद्देश्य मुस्लिमों और दलितों का विकास करना है।
बिहार में सभी सीटों पर चुनाव लड़ने संबंधी सवाल पर ओवैसी ने कहा कि अगर बिहार पिछड़ा है तो उसमें सीमांचल क्षेत्र सबसे पिछड़ा है। सीमांचल क्षेत्रों की छोटी-छोटी बच्चियां अन्य राज्यों में जाकर काम कर रही हैं। इस चुनाव में वह सीमांचल क्षेत्र पर ही अपना ध्यान केंद्रित करेंगे।