नई दिल्ली, 29 अक्टूबर (आईएएनएस)। दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति जैकब जुमा ने गुरुवार को भारत और अफ्रीकी देशों के बीच के संबंधों को दक्षिण-दक्षिण सहयोग (आईएएफएस)का एक मूर्त रूप बताया।
जुमा ने यहां तीसरे भारत-अफ्रीका मंच शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि उपनिवेशवाद और नस्लवाद उन्मूलन में भारत की भूमिका दक्षिण-दक्षिण सहयोग का एक मूर्त रूप रही है।
उन्होंने अफ्रीका के विकास में भारत के पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू और इंदिरा गांधी की भूमिकाओं को याद किया।
जुमा ने कहा, “हम आपके दूरदर्शी पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू और उनकी बेटी इंदिरा गांधी की भूमिकाओं को याद करते हैं।”
उन्होंने कहा कि दक्षिण-दक्षिण सहयोग के हिस्से के रूप में भारत और अफ्रीका गरीबी उन्मूलन और आर्थिक हाशिए के खिलाफ लड़ाई लड़ने में एक अहम भूमिका निभा रहे हैं।
दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति ने कहा कि हम व्यावसायिक प्रशिक्षण और लघु उद्योगों सहित अन्य क्षेत्रों में भारत का अनुभव साझा करने के इच्छुक हैं।
इससे पूर्व, सुबह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आईएएफएस 2015 के उद्घाटन सत्र को संबोधित किया।
मोदी ने अपने भाषण में संयुक्त राष्ट्र परिषद में सुधार लाने के लिए भारत और अफ्रीका के मिलकर काम करने की बात कही।
उन्होंने अफ्रीका को 10 अरब डॉलर का रियायती ऋण देने का भी वादा किया।