भोपाल, 4 नवंबर (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के रहवासी इलाकों में बाघों के नजर आने पर एक तरफ वन विभाग सक्रिय हो गया है, वहीं राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण (एनजीटी) ने बाघ के सक्रियता वाले इलाके में निषेधाज्ञा 144 लागू करने का सुझाव दिया है। जिला प्रशासन ने एनजीटी की हिदायतों पर चर्चा के लिए गुरुवार को अफसरों की बैठक बुलाई है।
राजधानी के कलियबासोत, केरवा और नवीबाग इलाके में बाघ को देखा गया है। नवीबाग में पहुंचे बाघ को तो पकड़ लिया गया है, वहीं दूसरे हिस्सों में सक्रिय बाघों को पकड़ने के लिए पिंजरे लगा दिए गए हैं। बाघों को देखने के लिए कलियासोत और केरवा इलाके में भारी भीड़ पहुंच रही है।
राजधानी के आसपास बाघ के सक्रिय होने के मामले को एनजीटी ने स्वयं संज्ञान लिया। इस मामले पर गुरुवार को सुनवाई हुई। सरकारी अधिवक्ता सचिन वर्मा ने संवाददाताओं को बताया कि एनजीटी ने बाघ की सक्रियता को लेकर जिला प्रशासन को हिदायतें दी है, भीड़ को ध्यान में रखकर निषेधाज्ञा लागू करने का सुझाव दिया है। वर्मा का कहना है कि वहां कई संस्थान हैं और बस्तियां है, लिहाजा प्रशासन ने गुरुवार को बैठक बुलाई है।
जिलाधिकारी निशांत बरवडे ने संवाददाताओं को बताया कि गुरुवार को होने वाली बैठक में एनजीटी के निर्देश पर चर्चा होगी। वहां निषेधाज्ञा लगाई जा सकती है या नहीं इस पर भी चर्चा की जाएगी।