मुंबई, 20 जनवरी (आईएएनएस)। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में करारी हार के तीन महीने बाद बुधवार को कांग्रेस अपना पहला राज्य-व्यापी प्रदर्शन शुरू करेगी। कांग्रेस किसानों के समर्थन और अन्य मुद्दों पर यह विरोध प्रदर्शन करने जा रही है।
पार्टी के एक प्रवक्ता ने मंगलवार को कहा कि यह प्रदर्शन राज्य में पार्टी के सभी जिला मुख्यालयों से शुरू होगा, जिसमें हजारों कार्यकर्त्ताओं के भाग लेने की संभावना है। उम्मीद है कि इससे पार्टी को जमीनी स्तर पर एक बार फिर मजबूती मिलेगी।
महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी (एमपीसीसी) के प्रवक्ता ने कहा कि राज्य का कृषक समुदाय बेमौसम बारिश, ओला-वृष्टि और सूखे की वजह से एक नाजुक दौर से गुजर रहा है।
प्रवक्ता के मुताबिक, “किसानों को भारी नुकसान हुआ है और इस वजह से कई किसान आत्महत्या का सहारा ले रहे हैं। इसके बावजूद, केंद्र और राज्य में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की सरकारों ने किसानों की दशा को नजरअंदाज किया है।”
एमपीसीसी ने सभी कृषि ऋण तत्काल माफ करने, नुकसान की भरपाई के लिए 25,000 से 50,000 रुपये प्रति हेक्टेयर के बीच मुआवजा राशि मंजूर करने, बिजली बिल माफ करने, किसानों को अगले फसली मौसम के लिए बीज उपलब्ध कराने की मांग की है।
पेट्रोल कीमतों में कटौती के मुद्दे पर एमपीसीसी ने कहा है कि मई 2014 से जनवरी 2015 के बीच अंतर्राष्ट्रीय बाजार में तेल कीमतों में लगभग 58 प्रतिशत प्रति बैरल तक की गिरावट आई है।
इसके मुकाबले पेट्रोल की खुदरा कीमत मात्र लगभग 17 प्रतिशत और डीजल की कीमत सिर्फ 15 प्रतिशत तक घटाई गई है। लोगों को तेल की घटी हुई कीमतों का फायदा पहुंचाने के लिए पेट्रोल और डीजल की कीमतों में अधिक कटौती किए जाने की जरूरत है।
एमपीसीसी नए भूमि अधिग्रहण विधेयक में संशोधन के खिलाफ भी विरोध प्रदर्शन करेगी। पार्टी का कहना है कि नया भूमि अधिग्रहण बिधेयक किसान समुदाय के हितों के खिलाफ है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।