बेंगलुरू, 3 मार्च (आईएएनएस)। उद्योगपति विजय माल्या के विरुद्ध ऋण वसूली न्यायाधिकरण में भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के इंटरलॉक्यूटरी आवेदन (आईए) के विरुद्ध माल्या गुरुवार को अपनी आपत्ति दाखिल करेंगे।
आईए में किंगफिशर एयरलाइंस के हजारो करोड़ रुपये का कर्ज चुकाने में विफल रहने के कारण उनकी गिरफ्तारी की मांग की गई है।
माल्या के एक वकील ने यहां आईएएनएस से कहा, “हम आज (गुरुवार) आईए के विरुद्ध अपनी आपत्ति दाखिल कर रहे हैं कि डिफाउल्टर की गिरफ्तारी और उसका पासपोर्ट जब्त करने की मांग करने के लिए यह न्यायाधिकरण उचित मंच नहीं है।”
बैंक के आईए ने बुधवार को न्यायाधिकरण से अधिकारियों को माल्या का पासपोर्ट और उनकी संपत्ति जब्त करने और 25 फरवरी को ब्रिटिश शराब कंपनी डियाजियो और उनके द्वारा हस्ताक्षर किए गए 7.5 करोड़ डॉलर (516 करोड़ रुपये) के त्यागपत्र पैकेज पर दावा करने का निर्देश दिए जाने की मांग की है।
न्यायाधिकरण के अध्यक्ष न्यायाधीश आर. बेंकनहल्ली ने आईए की अगली सुनवाई शुक्रवार को करने का फैसला किया और माल्या को अपनी कोई भी आपत्ति दाखिल करने के लिए नोटिस भेजा।
बैंक के वकील ने कहा कि माल्या की गिरफ्तारी, उनका पासपोर्ट जब्त करने, उनकी संपत्ति जब्त करने और यूनाइटेड स्पिरिट्स के अध्यक्ष और गैर कार्यकारी निदेशक से त्यागपत्र देने के लिए डियाजियो के पैकेज पर दावा करने के लिए उन्होंने चार आईए दाखिल किए हैं।
माल्या कर्नाटक से राज्यसभा सांसद हैं। बजट सत्र में हिस्सा लेने के लिए वह अभी नई दिल्ली में रह रहे हैं।
एसबीआई के नेतृत्व वाले 17 सरकारी और निजी बैंकों के कंशोर्टियम ने 25 फरवरी को डियाजियो सौदा पूरा होने के बाद न्यायाधिकरण में माल्या को इस सौदे में मिली राशि का भुगतान करने का निर्देश देने के लिए आवेदन दाखिल किया था।
किंगफिशर लिमिटेड पर कंशोर्टियम का 7,800 करोड़ रुपये का कर्ज बकाया है। इसमें से 1,600 करोड़ रुपये का कर्ज अकेले एसबीआई का है।
कर्मचारियों की हड़ताल के बाद किंगफिशन एयरलाइंस को अपना कारोबार अक्टूबर 2012 में बंद करना पड़ा था। बाद में नागरिक उड्डयन महानिदेशालय ने कंपनी का लाइसेंस भी रद्द कर दिया था।