इस मौके पर अली के प्रतिद्वंदी रह चुके लैरी होम्स, जॉर्ज फोरमैन और पूर्व एनबीए स्टार शैकिल ओनील सहित अन्य गणमान्य भी मौजूद थे। अली के साथ फ्रेजियर के 14 दौर तक चले इस मुकाबले को ‘थ्रीला इन मनीला’ के नाम से भी जाना जाता है।
इस प्रतिस्पर्धा में फ्रेजियर को हरा अली ने अपना नाम हमेशा के लिए इतिहास के पन्नों पर दर्ज करा दिया।
फ्रेजियर पर अली की यह दूसरी जीत थी और इसे मुक्केबाजी यहां तक कि खेलों के इतिहास में अब तक की सबसे बड़ी घटनाओं में से एक माना जाता है।
खास बात यह है कि अली के मुक्कों से भयभीत फ्रेजियर अंतिम दौर के लिए रिंग में नहीं आ सके थे।
अली (73) पार्किं सन बीमारी से जूझ रहे हैं। बीमारी के कारण अली सम्मान समारोह में कुछ नहीं बोले।