कोलकाता, 13 दिसम्बर (आईएएनएस)। देश के मशहूर चित्रकार परेश मैती का कहना है कि बूढ़े और जवान उनका काम आसानी से समझ सकते हैं। उन्हें उनकी 2डी और 3डी पेंटिंग के लिए जाना-जाता है।
‘साउंड ऑफ साइलेंस’ नामक प्रदर्शनी के लिए दिल्ली से चित्रकार परेश मैती यहां पहुंचे हैं, जहां उनके पिछले 40 सालों के दौरान बनाई गई पेंटिंग्स, मूर्तियों में से 50 का प्रदर्शन किया गया है।
मैती ने यहां शनिवार को प्रदर्शनी के उद्घाटन पर आईएएनएस को बताया, “मेरी कला समझने में आसान है, क्योंकि मैं वही बनाता हूं, जिसमें मुझे भरोसा होता है। जो देखता हूं, महसूस करता हूं वह मेरे काम में दिखता है। मैं खुश हूं कि युवा इससे आकर्षित हैं और ज्यादा से ज्यादा सीखना चाहते हैं।”
बंगाल में जन्मे मैती को जल रंगों में महारत हासिल है और उनका कहना है कि जल संरचनाएं उनकी तस्वीरों के लिए अहम हैं।
मैती ने कहा, “मैं झीलों, नदियों और जल संरचनाओं के निकट पला-बढ़ा हूं और वे मेरे लिए महत्वपूर्ण है।”
‘साउंड ऑफ साइलेंस’ नामक प्रदर्शनी सीआईएमए गैलरी में 12 दिसंबर से 16 जनवरी तक और बिड़ला अकादमी ऑफ आर्ट एंड कल्चर में यह प्रदर्शनी सात जनवरी तक चलेगी।