बैंकाक, 28 जून (आईएएनएस)। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने रविवार को यहां कहा कि मोदी सरकार ने गत दो दशकों से जारी लुक ईस्ट नीति को एक्ट ईस्ट नीति में बदला है और उसे प्राथमिकता देते हुए तेजी से लागू करने का वादा किया है।
भारतीय मूल के कारोबारियों को यहां संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि भारत और थाईलैंड के गहरे संबंध रहे हैं।
उन्होंने कहा, “थाईलैंड हमारी नीति का एक प्रमुख स्तंभ और महत्वपूर्ण साझेदार है।”
उन्होंने कहा, “हमारी साझा बौद्ध विरासत और करुणा, सहनशीलता, अहिंसा और शांति के सिद्धांत ने इस संबंध को एक मजबूत बुनियाद दी है।”
मोदी सरकार की कूटनीतिक गतिविधियों के बारे में उन्होंने कहा कि उसने पड़ोसियों और प्रमुख देशों से मजबूत संबंध बनाए हैं।
सुषमा ने कहा, “हमारी सरकार के तीन मंत्र हैं- वाणिज्य, संस्कृति और संपर्क।”
उन्होंने कहा, “हमने म्यांमार होते हुए थाईलैंड के साथ सड़क संपर्क की एक महत्वाकांक्षी परियोजना शुरू की है।”
उन्होंने कहा कि थाईलैंड के साथ समुद्री संपर्क बढ़ाने पर भी काम चल रहा है।
विदेश मंत्री ने कहा कि थाईलैंड के साथ संपर्क बढ़ने से भारतीय कारोबारियों को दक्षिण पूर्व एशिया में पहुंचने में अधिक सुविधा होगी।
इससे पूर्वोत्तर राज्यों के विकास में काफी सहायता मिलेगी।
उन्होंने कारोबारियों को यह भी याद दिलाया कि विश्व बैंक के मुताबिक मौजूदा कारोबारी साल में भारत की विकास दर 7.5 फीसदी रहेगी और इसके साथ ही भारत दुनिया की सर्वाधिक तेज विकास दर वाला देश बन जाएगा।
उन्होंने कहा, “हमारी सरकार ने न्यूनतम सरकार अधिकतम प्रशासन का नारा दिया है। हम स्थिर, आसान और पारदर्शी नीति बनाने की कोशिश कर रहे हैं, ताकि भारत निवेशकों के लिए एक आकर्षक गंतव्य बन सके।”