लखनऊ, 28 जुलाई (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय महासचिव एवं राज्यसभा सांसद राम गोपाल यादव द्वारा सेामवार को दिए गए बयान को राजनीति से प्रेरित बताया है। उन्होंने कहा है कि ऐसे वक्तव्य पर प्रतिक्रिया व्यक्त करना राज्यपाल के पद की गरिमा के अनुकूल नहीं है।
राज्यपाल ने मंगलवार को लखनऊ में एक बयान जारी कर यह बातें कही। अपने बयान में नाईक ने कहा है, “22 जुलाई 2014 को राज्यपाल पद की शपथ ली थी कि मैं श्रद्धापूर्वक उत्तर प्रदेश के राज्यपाल के कृत्यों का निर्वहन करूंगा तथा उत्तर प्रदेश की जनता की सेवा और कल्याण में निरत रहूंगा।”
नाईक ने कहा कि वह राज्यपाल पद की गरिमा और मयार्दा का सदैव पालन करते रहे हैं और करते रहेंगे।
राम नाइक के बयान पर सपा के राष्ट्रीय महासचिव राम गोपाल यादव ने सोमवार को नाराजगी जाहिर की थी। उन्होंने कहा कि राज्यपाल पद की गरिमा गिर गई है। इस पद पर आसीन होने वाले व्यक्ति को महामहिम कहकर संबोधित करना शर्मनाक लगने लगा है।
गौरतलब है कि 22 जुलाई को राज्यपाल के रूप में एक वर्ष पूरा करने के मौके पर आयोजित संवाददाता सम्मेलन में पूछे गए एक सवाल के जवाब में राम नाईक ने कहा था कि ये बातें सुनने में आ रही हैं कि थानों में जाति विशेष के लोगों का बोलबाला है और विभिन्न विभागों में होने वाली नई भर्तियों में जाति विशेष की बहुलता है।
राज्यपाल ने कहा था कि वह सरकार से इस बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे और मुख्यमंत्री के विदेश से लौटने पर उनसे भी इस बारे में चर्चा करेंगे।