Sunday , 5 May 2024

ब्रेकिंग न्यूज़
Home » भारत » विज्ञान मेला : फिल्म चोरी रोकने वाला डिवाइस तैयार

विज्ञान मेला : फिल्म चोरी रोकने वाला डिवाइस तैयार

नई दिल्ली, 6 दिसंबर (आईएएनएस)। फिल्म की चोरी को प्रभावी ढंग से रोकने वाला एक डिवाइस, संभावित हमलावरों से महिलाओं की निगरानी करने वाला कैमरे के अंदर रखा एक ब्रूच, रेल की निगरानी के लिए ट्रेन के इंजन पर रखा एक गैजेट, मधुमेह रोगियों में शुगर के स्तर और किडनी के स्वास्थ्य पर निगरानी रखने वाली एक दर्द रहित और सस्ती प्रक्रिया। यह सब यहां 8 दिसंबर तक चलने वाले विज्ञान मेले देखे जा सकते हैं।

इन डिवाइसों के बारे में जानकर कोई भी यह सोच सकता है कि ये डिवाइस अत्याधुनिक अनुसंधान प्रयोगशालाओं में काम करने वाले सफेद बालों वाले वैज्ञानिकों द्वारा विकसित किए गए हंै, लेकिन यह कमाल लगनशील छात्रों ने किया है। ये सभी नवाचार देश के विभिन्न हिस्सों के विद्यालय के प्रतिभाशाली छात्रों द्वारा विकसित किए गए हैं और इन सभी नवाचारों में से कुछ नवाचार पेटेंट के लिए लगभग तैयार हैं।

ये नवाचार उन 100 परियोजनाओं में शामिल हैं जिन्हें आईआईटी दिल्ली में 4-8 दिसंबर तक आयोजित इंडिया इंटरनेशनल साइंस फेस्टिवल (आईआईएसएफ) के तहत आईआरआईएस (इनीशिएटिव फॉर रिसर्च एंड इनोवेशन इन साइंस) राष्ट्रीय विज्ञान मेले में प्रदर्शित किया गया है।

यहां प्रदर्शित परियोजनाओं में से 12 परियोजनाओं को अमेरिका में छात्रवृत्ति के लिए पुरस्कार के लिए चयन किया जाएगा।

एमिटी इंटरनेशनल स्कूल, साकेत (दिल्ली) के 11वीं कक्षा के छात्र प्रतीक वाछेर और सिफत सिंह खालसा ने इन्फ्रारेड आधारित एलईडी डिवाइस विकसित किया है जो कैमकोर्डर, के माध्यम से सिनेमा हॉल में पाइरेटेड की जा रही फिल्म की तिथि, समय और तस्वीर का पता लगा सकता है, जो देश में 90 फीसदी पाइरेसी के लिए जिम्मेदार है।

उन्होंने कहा, “किसी भी फिल्म को पाइरेट करने के लिए कैमकॉर्डर के माध्यम से पिक्चर हॉल में फिल्म को रिकार्ड किया जाता है, इंटरनेट पर अपलोड किया जाता है और फिर सीडी में डाउनलोड कर उसकी बिक्री की जाती है। हमारे द्वारा विकसित सॉफ्टवेयर को एक माइक्रो कंट्रोलर एलईडी के माध्यम से ऑपरेट किया जाता है जो मौके पर पाइरेसी का पता लगा सकता है।”

एक सिनेमा हॉल को इस डिवाइस को इंस्टाल करने के लिए औसतन एक लाख रुपये खर्च करने की आवश्यकता होगी। युवा छात्रों ने कहा, “हमें अपने डिवाइस को परिपूर्ण बनाने में थोड़ा समय लगेगा और उसके बाद हम पेटेंट के लिए आवेदन करेंगे।”

एक रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2010 में भारत में 60 करोड़ पाइरेटेड डीवीडी बेची गई, जबकि सिर्फ दो करोड़ ऑरिजिनल डीवीडी की बिक्री हुई, जिस कारण सालाना 24,000 करोड़ रुपये का नुकसान हो रहा है। उन्होंने कहा, “हमारे सॉफ्टवेयर सालाना 25,000 करोड़ रुपये का फायदा पहुंचाकर मीडिया और मनोरंजन उद्योग के राजस्व में वृद्धि कर सकते हैं।”

घनश्याम हेमलता विद्या मंदिर, पुरी (ओडिशा) के छात्रों प्रतिक्षय नायक और तापसी बिसल ने लड़कियों और महिलाओं के लिए एक सुरक्षात्मक ब्रूच विकसित किया है। संकट के समय में नजदीकी पुलिस स्टेशन फोन करने के लिए वे इसका इस्तेमाल कर सकती हैं।

इस डिवाइस में एक माइक्रोप्रोसेसर के साथ एक मिनी कैमरा, वीडियो रिकॉर्डिग डिवाइस और जीपीएस कॉल प्रणाली संलग्न हैं। ब्रूच की सतह पर दो छिपे हुए बटन हैं, पहला बटन ऑडियो और वीडियो रिकॉर्डिग के लिए मिनी कैमरा को एक्टिवेट करने के लिए है और दूसरा बटन चयनित मोबाइल नंबर के लिए ऑटो कॉल को फावर्ड करने के लिए एक्टिवेट करने के लिए है।

माइक्रोप्रोसेसर के साथ एक मेमोरी चिप साक्ष्य को दर्ज करता है जबकि ब्रूच के पिछले हिस्से में एक यूएसबी पोर्ट सिस्टम दर्ज आंकड़ों को ब्रूच से कंप्यूटर में भेजता है।

उन्होंने कहा, “यदि कोई महिला या लड़की खुद को मुश्किल स्थिति में पाती है, तो वह कैमरा को एक्टिवेट करने के लिए पहले नम्बर के बटन को दबा सकती है। स्थिति के खतरनाक हो जाने पर, वह दूसरे बटन (जीपीएस सिस्टम) को दबा सकती है जो सटीक स्थान को दिखा कर मदद के लिए नजदीकी पुलिस स्टेशन फोन करेगा।

ओड़िशा की लड़कियों ने कहा, ‘दिल्ली में भीषण ‘निर्भया’ कांड की स्मृति हमें अब भी विचलित करती है। इसलिए हमने इस तरह के एक उपकरण विकसित करने का फैसला लिया।”

एक अन्य उदाहरण क्लेरेंस हाईस्कूल (बेंगलुरू) के ग्यारहवीं कक्षा के छात्र साद नासिर का है, जिन्होंने ऐसा डिवाइस विकसित किया है। इसे रेल पर नजर रखने के लिए एक लोकोमोटिव पर रखा जा सकता है।

उन्होंने कहा, “भारत का रेल नेटवर्क 65,000 किलोमीटर से अधिक है और ट्रैक के रखरखाव और मरम्मत पर सालाना 9,100 करोड रुपये से अधिक खर्च किया जाता है। वर्तमान उपकरणों को रेल और ट्रैक की निगरानी के लिए ट्रैक के उस विशेष खंड को बंद करने की आवष्यकता होती है जिससे मूल्यवान ट्रैक क्षमता बर्बाद होती है।

यह डिवाइस अभी रेलवे प्रौद्योगिकी मिशन के विचाराधीन है। यह डिवाइस काफी संख्या में डेटा उपलब्ध कराता है जो रेल ऑपरेटरों को रेल संबंधी टूट-फूट के बारे में बेहतर भविष्यवाणी करने, रखरखाव की लागत को कम करने और इंजनों की सुरक्षा बढ़ाने में मदद कर सकते हंै।

विज्ञान मेला : फिल्म चोरी रोकने वाला डिवाइस तैयार Reviewed by on . नई दिल्ली, 6 दिसंबर (आईएएनएस)। फिल्म की चोरी को प्रभावी ढंग से रोकने वाला एक डिवाइस, संभावित हमलावरों से महिलाओं की निगरानी करने वाला कैमरे के अंदर रखा एक ब्रूच नई दिल्ली, 6 दिसंबर (आईएएनएस)। फिल्म की चोरी को प्रभावी ढंग से रोकने वाला एक डिवाइस, संभावित हमलावरों से महिलाओं की निगरानी करने वाला कैमरे के अंदर रखा एक ब्रूच Rating:
scroll to top