हैदराबाद, 9 जुलाई (आईएएनएस)। तेलंगाना में ‘वोट के बदले नोट’ मामले में भ्रष्टाचार रोधी ब्यूरो (एसीबी) ने गुरुवार को तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) के विधायक सांद्रा वेंकट वीरैया से पूछताछ की।
ब्यूरो अधिकारियों ने विधायक से घोटाले में उनकी भूमिका से संबंधित अधिक जानकारी के लिए यहां बंजारा हिल स्थित मुख्यालय में पूछताछ की।
जांच एजेंसी का मानना है कि वीरैया ने विधानसभा में नामित सदस्यों को घूस देने के प्रयास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। वह न्यायालय को पहले ही इस बात से अवगत करा चुकी है कि तेदेपा नेता ने घोटाले के एक आरोपी से मोबाइल फोन पर 32 बार बातचीत की। अधिकारी जनार्दन नामक उस व्यक्ति की पहचान के प्रयास में लगी है, जिसका नाम बातचीत के दौरान बार-बार लिया गया।
शहर की एक अदालत ने वीरैया को बुधवार को दो दिनों के लिए एसीबी की हिरासत में भेज दिया था। एसीबी ने उन्हें चेरलापल्ली जेल से गुरुवार सुबह हिरासत में लिया। विधायक से पूछताछ शाम 5.30 बजे तक जारी रहेगी, जिसके बाद शुक्रवार सुबह नौ बजे से उनसे पूछताछ फिर से शुरू होगी।
इस बीच, अदालत ने विधायक की जमानत याचिका पर सुनवाई 12 जुलाई तक के लिए स्थगित कर दी।
एसीबी ने सोमवार को सात घंटे तक पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार किया था। वह इस मामले के पांचवें आरोपी हैं। ब्यूरो ने अदालत को इस बात से अवगत कराया है कि मामले में उनकी संलिप्तता के उनके पास पुख्ता सबूत हैं।
अदालत ने मंगलवार को उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया था।
तेलंगाना के खम्मम जिले के सत्तूपल्ली निर्वाचन क्षेत्र से विधायक वीरैया मामले में गिरफ्तार होने वाले दूसरे तेदेपा नेता हैं।
नामित सदस्य एल्विस स्टीफेंसन को 50 लाख रुपये रिश्वत की पेशकश करते तेदेपा नेता रावनाथ रेड्डी को एसीबी ने 31 मई को गिरफ्तार किया था। राज्य परिषद के चुनाव में वह तेदेपा-भाजपा के उम्मीदवार को वोट देने के लिए एल्विस को कथित तौर पर प्रेरित कर रहे थे।
स्टिफेंसन की शिकायत पर एसीबी ने रावनाथ रेड्डी के सहायक को भी गिरफ्तार किया था।
पिछले सप्ताह तीनों आरोपियों को हैदराबाद उच्च न्यायालय ने जमानत पर रिहा कर दिया था।