सीहोर से नितिन ठाकुर– व्यापम घोटाले से घिरी सरकार के सामने आज सीहोर की सेशन कोर्ट ने एक फेसले के बाद फिर एक नई मुसीबत खडीकर दी है सहकारिता विभाग के तत्कालीन दो भाजपा नेता रमेश सक्सेना और अभय मेहता सहित 22 कर्मचारी अधिकारी दोषी पाये गए है यह मामला सन 1997 से सीहोर सेशन कोर्ट में चल रहा था अवैध रूप से मनमानी के चलते अपने चहेतों को सहकारी समितियों में नियुक्ती दी गई इसमें भाई भतिजावाद भी खुलकर चला जिसको लेकर फरियादी अदालत तक पहुंची कभी सुनवायी होती रही तो कभी पेशियां टलती रही मामला 17 साल तक कोर्ट में लम्बित रहा जिसका निर्णय आखिरकार आज आ गया सहकारी समियों पर एक छत्रराज करने वाले सीहोर के पूर्व विधायक रमेश सक्सेना एंव पूर्व भूमि विकास बैंक अध्यक्ष अभय मेहता को कोर्ट ने दोषी पाया और इनके साथ 22 और व्यक्तियों को दोषी पाकर 3 साल की कैद एंव 10हजार जुर्माने की सजा सुनाई हम यहां यह बता दे कि रमेश सक्सेना एंव अभय मेहता पिछले 25 सालों से सीहोर के कद्वावर सहकारी नेता माने जाते है और दोनेां ने ही कई बार राजनिति के खेल में पार्टियों अदल-बदल किया है फिलहाल रमेश भाजपा में तो अभय कांग्रेस के वरिष्ठ नेता माने जाते है।
इस मामले में कोर्ट से इन्हें जमानत दे दी गयी है .