भोपाल– व्यापम घोटाले से घबराई सरकार ने आनन्-फानन में इसका नाम बदल दिया.लेकिन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के उस फरमान को भूल गयी जिसके तहत हो रहे हिंदी सम्मलेन के दौरान सभी नाम हिंदी में करने की घोषणा की गयी थी.
कल दोपहर जब इसकी सूचना युवक कांग्रेस अध्यक्ष कुणाल चौधरी को लगी तो उन्होंने उसी बोर्ड के नीचे कालिख से व्यापम लिख दिया.
दरअसल व्यापम नाम के कारण सरकार को बदनामी हुई और छवि खराब हुई है,अधिकारीयों ने नाम बदलते समय यह भी सोचने की जहमत नहीं उठायी की कम से कम यह हिंदी में हो.