स्लोथ इंस्टीट्यूट की सह-संस्थापक सैम ट्रल ने कहा कि बेबी स्लोथ को जंगल में आसानी से जिंदा रहने के लिए जीवित रहने के शुरुआती कौशल सीखने होंगे। 2013 में स्थापित इस संस्थान का उद्देश्य समान समूहों के साथ सहयोग कर अनुसंधान में मदद करना और लोगों को स्लोथ के बारे में जागरूक बनाना है।
सैम ने कहा कि आमतौर पर लोग इस प्राणी की चंचलता से बेखबर होते हैं। उन्होंने कहा, “उनका (स्लोथ) एक बहुत ही उत्सुकता और चंचलता भरा पहलू भी है, जिसे अधिकांश मनुष्यों ने न देखा है और न कभी देखेंगे।”