चुनाव विभाग के अनुसार, पीएपी को 69.86 प्रतिशत वोट मिले, जो वर्ष 2001 में पार्टी को मिली भारी जीत के दौरान मिले 75.3 प्रतिशत वोट के बाद सर्वाधिक है।
सिंगापुर के प्रधानमंत्री, जो पार्टी के महासचिव भी हैं, ली सीन लुंग ने चुनाव के नतीजे घोषित होने के बाद संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि यह ‘पीएपी के लिए अच्छा चुनाव परिणाम’ है।
पीएपी ने जो सीटें जीती हैं, उनमें से 15 समूह प्रतिनिधित्व निर्वाचन क्षेत्र (जीआरसी) और 12 एकल सदस्यीय प्रतिनिधित्व निर्वाचन क्षेत्र (एसएमसी) शामिल हैं। पार्टी कांटे के मुकाबले में विपक्षी वर्कर्स पार्टी से पुंगोल ईस्ट एसएमसी दोबारा हासिल करने और ईस्ट कोस्ट जीआरसी जीतने में भी कामयाब रही। विपक्षी डब्ल्यूपी हुंगांग एसएमसी और अल्जुनाइट जीआरसी बहुत कम मतों के अंतर से जीतने में कामयाब रही।
प्रधानमंत्री ली और उनकी टीम को आंग मो कियो जीआरसी पर 78.6 प्रतिशत वोट मिले। उन्होंने मलय, मैंडरिन और अंग्रेज समर्थकों को धन्यवाद देते हुए कहा, “हम बहुत आभारी हैं।”
इस चुनाव में पीएपी को सभी 89 सीटों पर मुकाबलों का सामना करना पड़ा। देश के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ। देश की 89 संसदीय सीटें 16 सामूहिक प्रतिनिधित्व वाले निर्वाचन क्षेत्रों (जीआरसी) में बंटी हुई हैं, जहां चुनाव लड़ रही एक पार्टी के उम्मीदवार को एक समूह और 13 एकल सदस्य निर्वाचन क्षेत्रों (एसएमसी) के रूप में चुनाव लड़ने की जरूरत होती है।
सत्तारूढ़ पीएपी को वर्ष 2011 के आम चुनाव में 87 में से 81 सीटें मिली थी, जबकि वोट प्रतिशत 60.14 था। यह वोट प्रतिशत पार्टी को देश के आम चुनाव में मिला सबसे कम वोट प्रतिशत था। इससे पहले वर्ष 2006 के आम चुनाव में पार्टी को 66.6 प्रतिशत वोट मिले थे।