मुंबई, 25 अक्टूबर (आईएएनएस)। देश के शेयर बाजारों में पिछले सप्ताह तेजी रही। बंबई स्टॉक एक्सचेंज एवं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में आधा फीसदी से अधिक की तेजी रही। इस बीच विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने पिछले सप्ताह 1,602.77 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने 895.84 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।
बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) के 30 शेयरों वाले संवेदी सूचकांक सेंसेक्स में 256.31 अंकों यानी 0.93 प्रतिशत की मजबूती रही और 27,470.81 पर बंद हुआ, जबकि पिछले कारोबारी सप्ताह सेंसेक्स 27,214.50 अंक पर बंद हुआ था।
इसी दौरान नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक निफ्टी 57.3 अंकों यानी 0.69 प्रतिशत की मजबूती के साथ 8,295.45 पर बंद हुआ।
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा 29 सितंबर को मुख्य ब्याज दरों में 50 आधार अंकों की कटौती के बाद से शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांकों में लगातार चौथे सप्ताह मजबूती दर्ज हुई है।
यूरोजोन राहत पैकेज की उम्मीदों के अलावा उम्मीद से बेहतर तिमाही नतीजों की वजह से भी बाजार में मजबूती रही। इसके सात ही भारतीय रुपये में स्थिरता और वैश्विक बाजारों में मजबूती से भी घरेलू बाजार को लाभ मिला।
ब्रोकिंग फर्म एंजेल ब्रोकिंग के शोध विभाग के उपाध्यक्ष वैभव अग्रवाल ने कहा, “पिछले कारोबारी सत्र में यूरोपीयन सेंट्रल बैंक (ईसीबी) के सुधारवादी कदमों की वजह से घरेलू बाजार लगातार चौथे सप्ताह मजबूती के साथ बंद हुए।”
ईसीबी के बांड खरीद कार्यक्रमों की उम्मीदों और चीन के सुधारवादी कदमों से भी भारतीय शेयर बाजार में मजबूती दर्ज हुई।
कोटक सिक्योरिटीज के निजी ग्राहक समूह अनुसंधान के प्रमुख दीपेन शाह ने सरकार के सुधारवादी कदमों की वजह से शेयर बाजार में मजबूती का उल्लेख किया।
शाह ने कहा, “हमें विश्वास है कि हाल ही में ब्याज दरों में कटौती और सरकार द्वारा विभिन्न प्रशासनिक एवं कार्यकारी निर्णयों से निजी क्षेत्र द्वारा अधिक निवेश को बढ़ावा मिलना चाहिए।”
यस सिक्योरिटीज के अनुसंधान विभाग के उपाध्यक्ष निताशा शंकर ने आईएएनएस को बताया, “प्रमुख सूचकांकों की तुलना में स्मॉलकैप और मिडकैप सूचकांकों में मामूली बढ़ोतरी दर्ज हुई है।”