नई दिल्ली, 24 अप्रैल (आईएएनएस)। देश में अगले 20 साल में करीब 1,200 अरब डॉलर की लागत से 100 स्मार्ट शहर बनाने की योजना में इटली साझेदारी करना चाहता है। यह बात यहां एक वरिष्ठ राजनयिक ने कही।
नई दिल्ली, 24 अप्रैल (आईएएनएस)। देश में अगले 20 साल में करीब 1,200 अरब डॉलर की लागत से 100 स्मार्ट शहर बनाने की योजना में इटली साझेदारी करना चाहता है। यह बात यहां एक वरिष्ठ राजनयिक ने कही।
इटली के व्यापार आयुक्त और यहां इटली के व्यापार संवर्धन कार्यालय के निदेशक फ्रांसिस्को पेंसाबेन ने यहां आईएएनएस से कहा, “डिजाइन और प्रौद्योगिकी के मामले में इटली स्मार्ट शहर परियोजना में एक प्रमुख साझेदार बन सकता है।”
पेंसाबेन ने कहा, “हम भारत को स्मार्ट शहर के लिए मजबूत साझेदारी की पेशकश करते हैं। स्मार्ट शहरों के लिए इटली की कंपनियां डिजाइन और प्रौद्योगिकी में प्रमुखता से योगदान कर सकती हैं।” उन्होंने कहा कि इटली की कंपनियां परामर्श से लेकर अवसंरचना के वास्तविक निर्माण तक की सेवा दे सकती हैं।
उन्होंने कहा कि उनके देश ने इस साल दोवर्षीय अभियान ‘इटली : द एक्ट्राऑर्डिनरी कॉमनप्लेस’ अभियान शुरू किया है, जिसका मकसद इटली की कंपनियों के लिए नए व्यापारिक अवसरों की तलाश करना है और भारतीय स्मार्ट शहर परियोजना उनकी प्राथमिकता सूची में काफी ऊपर है।
उन्होंने कहा, “स्मार्ट शहर हमारी विशेषज्ञता और प्रौद्योगिकी जैसी सेवाओं के निर्यात को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकते हैं। यह एक शानदार कार्यक्रम है।”
इस रिपोर्ट के मुताबिक, इटली में 30 स्मार्ट शहर हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2015 में देशभर में 100 स्मार्ट शहरों का विकास करने के कार्यक्रम की घोषणा की है। इस परियोजना पर अगले पांच साल में 48 हजार करोड़ रुपये आवंटित करने का प्रस्ताव है। पहले 20 स्मार्ट शहरों के लिए परियोजना इस साल 25 जून तक लांच हो सकती है।
इस परियोजना में जापान, अमेरिका, कनाडा, जर्मनी, फ्रांस तथा अन्य कई देशों ने साझेदारी की है।
इस परियोजना के जरिये इटली भारत में अपना निर्यात बढ़ाना चाहता है, जो 2015 में 3.6 अरब डॉलर रहा। यह 2014 के मुकाबले 10.4 फीसदी अधिक है।