चंडीगढ़, 22 अक्टूबर (आईएएनएस)। हरियाणा की बेटी निष्ठा डुदेजा ने यह साबित कर दिया की सफलता की राह में विकलांगता अड़चन नहीं बन सकती।
अपने इस अधूरेपन को पछाड़ते हुए प्राग में हाल ही में आयोजित मिस डेफ एशिया-2018 का खिताब निष्ठा ने अपने नाम किया।
मिस डेफ एशिया विश्व पीजेंट का खिताब जीतने वाली पहली भारतीय बनीं निष्ठा ने सोमवार को कहा कि उन्हें इस प्रतियोगिता में चीन, थाईलैंड, चीनी ताइपे, इजरायल, चेक गणराज्य, बेलारूस, मेक्सिको, दक्षिण अफ्रीका के देशों की प्रतिभागियों से कड़ी प्रतिस्पर्धा मिली थी।
जन्म से बधिर निष्ठा ने कभी भी अपने इस अधूरेपन के बारे में अधिक नहीं सोचा और इस क्षेत्र में कदम रखने का फैसला किया।
निष्ठा ने अपनी इस उपलब्धि पर अपने अभिभावकों को उनके समर्थन के लिए धन्यवाद दिया और अब उनका लक्ष्य विकलांग लोगों की मदद करना है। उनका मानना है कि विकलांग लोगों को किसी की दया की जरूरत नहीं है। उन्हें केवल खुद को साबित करने के लिए समान अवसरों की जरूरत है।