नई दिल्ली, 2 अक्टूबर (आईएएनएस)। नवगठित अखिल भारतीय पटेल नवनिर्माण सेना के नेता हार्दिक पटेल ने शुक्रवार को किसानों से खुदकुशी नहीं करने और अपने अधिकारों के लिए लड़ने की अपील की।
हार्दिक ने कहा कि पूरे देश में किसानों का कर्ज माफ कर दिया जाना चाहिए।
हार्दिक ने कहा, “किसान आज शपथ लें कि वे खुदकुशी नहीं करेंगे और अपने अधिकारों के लिए लड़ेंगे। सरकार जानती है कि किसानों की खुदकुशी पर कैसे राजनीति की जाती है।”
दिवंगत लालबहादुर शास्त्री को उनके समाधि स्थल विजय घाट पर श्रद्धांजलि देने के बाद हार्दिक ने किसानों से कहा, “जो लोग किसानों-मजदूरों की बात करते हैं, उन्हें कोई नहीं सुनता है।”
हर साल पूरे देश से किसान विजय घाट पहुंचकर शास्त्री जी को श्रद्धांजलि देते हैं।
गुजरात में पटेलों के लिए आरक्षण का आंदोलन चलाने वाले हार्दिक ने कहा, “किसानों का कर्ज हर हाल में माफ किया जाना चाहिए। मैं उन किसानों के आगे नमन करता हूं जिनके कंधों पर भारत आगे बढ़ रहा है और जो पूरे देश के अन्नदाता हैं।”
उन्होंने किसानों से एकजुट होने और देशव्यापी आंदोलन छेड़ने की अपील की।
हार्दिक ने कहा, “किसानों की आवाज देश के हर कोने तक पहुंचनी चाहिए। उन्हें एकजुट होना चाहिए। जब आटो रिक्शा वाले हड़ताल का आह्वान करते हैं तो पूरे देश के आटो रिक्शावाले एकजुट हो जाते हैं। फिर किसान अपने अधिकारों के लिए एकजुट क्यों नहीं हो सकते।”
हार्दिक ने कहा, “हर रोज कम से कम दो किसान खुदकुशी कर रहे हैं। किसान फसल उगाता है लेकिन दाम सरकार तय करती है। बीते 60 साल में गेहूं के दाम में महज 17 फीसदी की बढ़त हुई है जबकि सीमेंट-ईंट की कीमत 200 गुना बढ़ चुकी है। किसानों को अपनी उपज का मूल्य तय करने का अधिकार देना चाहिए।”
उन्होंने कहा कि किसानों से ली गई वे जमीनें उन्हें लौटाई जाएं जो औद्योगिक उद्देश्यों से ली गई थीं लेकिन जिन पर काम शुरू नहीं हुआ है।
उत्तर प्रदेश के इटावा से आए किसान शिव कुमार ने कहा, “फसल उगाने में 10 हजार रुपये खर्च होता है और फसल बेचकर 12 हजार मिलता है। दो हजार में घर चलाना होता है। इस साल सूखे की वजह से हालात और खराब हैं। बड़ी संख्या में किसान इसी वजह से खुदकुशी कर रहे हैं। वे और क्या करें?”