मुंबई, 13 फरवरी (आईएएनएस)। बिजनेस प्रोसेस आउटसोर्सिग में वृद्धि को देखते हुए भारत सरकार साल 2017 में आईटी पर 7.8 अरब रुपये खर्च करेगी, जोकि साल 2016 की तुलना में 9.5 फीसदी ज्यादा है। मार्केट रिसर्च फर्म गार्टनर ने सोमवार को यह जानकारी दी।
इस अनुमान में आंतरिक सेवाओं, सॉफ्टवेयर, आईटी सेवाओं, डेटा सेंटर सिस्टम्स डिवाइसेज और दूरसंचार सेवाओं पर किए जाने वाले खर्च शामिल किए गए हैं।
गार्टनर के प्रमुख शोध विश्लेषक मोउतुसी साउ ने कहा, “सरकार आईटी पर 2017 में कुल 209.3 करोड़ डॉलर खर्च करेगी, जोकि साल 2016 की तुलना में 15 फीसदी अधिक है।”
आईटी सेवाओं (जिसमें कंसलटिंग, सॉफ्टवेयर समर्थन, बिजनेस प्रोसेस आउटसोर्सिग, आईटी आउटसोर्सिग, कार्यान्वयन और हार्डवेयर शामिल हैं) पर 2017 में 14.6 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ दो अरब डॉलर पहुंच जाने का अनुमान लगाया है, जो कि आईटी श्रेणी के तहत सबसे ज्यादा खर्च किए जानेवाला खंड है।
वहीं, सॉफ्टवेयर खंड में 2017 में 15.7 फीसदी की वृद्धि के साथ एक अरब डॉलर खर्च करने का अनुमान है। इसमें डेस्कटॉप सबसे तेजी से बढ़ने वाला खंड है, जिसकी रफ्तार 16 फीसदी रहेगी।
डिवाइस पर होनेवाला खर्च 2017 में 12.7 फीसदी बढ़कर 91.7 करोड़ डॉलर हो जाएगा। डिवाइस के अंतर्गत प्रिंटर, कॉपियर, एमएफपी, मोबाइल डिवाइस, पीसी और टैबलेट आते हैं।