नई दिल्ली, 21 सितम्बर (आईएएनएस)। संयुक्त अरब अमीरात के अजमान फ्री जोन का प्रतिनिधिमंडल इन दिनों भारत के प्रमुख शहरों – चेन्नई, नई दिल्ली और मुंबई के दौरे पर है। मकसद भारतीय कम्पनियों को अजमान फ्री जोन में निवेश का लाभ बताना और प्रोत्साहित करना है।
अजमान फ्री जोन के जनरल मैनेजर महमूद अल हाशमी ने कहा, “यूएई और खाड़ी सहयोग परिषद 1/4जीसीसी1/2 के आसपास के क्षेत्रों में बड़ी तादाद में भारत के लोग रहते हैं। ऐसे में भारत और इसका व्यावसायिक समुदाय हमारे लिए बड़ा महत्वपूर्ण हैं।”
मैनेजर ने बताया, “हमारे यहां लाल फीताशाही नहीं है। अफसरशाही भी चुस्त-दुरुस्त है। कारोबार संबंधी किसी चीज की लागत भी कम है। अजमान फ्री जोन का इन्फ्रास्ट्रक्चर विश्वस्तरीय है। कोई शुल्क या सेवा शुल्क छिपा नहीं है।”
भारत यूएई के तीन सबसे बड़े व्यापार साझेदारों में एक है और वर्तमान में अजमान फ्री जोन में पंजीकृत 17,000 कम्पनियांे में 40 प्रतिशत के स्वामी भारतीय हैं।
अजमान फ्री जोन में कारोबार करने के तमाम फायदे हैं – 100 प्रतिशत विदेशी स्वामित्व, कॉपोर्रेट कर और निजी आयकर मुक्त, पुन: निर्यात किए जाने वाले माल पर आयात शुल्क नहीं। इसके अलावा फ्री जोन में लीज मूल्य और टैरिफ भी सबसे कम हैं। विदेश में कम्पनी गठित करने के इच्छुक कारोबारियों के लिए यहां हैंडलिंग के शुल्क कम, कामगारों की सुलभता, सिंगल विंडो क्लियरेंस और बिजली भी कम कीमत पर उपलब्ध है।
अजमान फ्री जोन के उप जनरल मैनेजर जनाब नादेर देसुकी का कहना है, “अजमान फ्री जोन में तमाम अन्य सुविधाओं के साथ महज 100 वर्गमीटर तक के स्मार्ट वेयरहाउस भी हैं जिनका आकार बढ़ाया जा सकता है। इसे अपनी जरूरत के हिसाब से आकार दिया जा सकता है। स्टार्टअप को प्रोत्साहित करने के लिए अजमान फ्री जोन में एक यूनिक बिजनेस सेंटर लाइसेंस उपलब्ध है जिसके तहत तमाम सुविधाएं हैं जो एक स्टार्टअप कम कीमत पर चाहता है।”
अजमान फ्री जोन के डायरेक्टर सेल्स एवं मार्केटिंग ऋषि सोमैया ने बताया, “अजमान फ्री जोन का स्थान भी महत्वपूर्ण है और अन्य अमीरात शहर से इसकी दूरी शारजाह से 2 किमी, दुबई से 12 किमी, उम्म अल-कुवैन से 21 किमी, रास खैमाह से 70 किमी, फुजैरा से 120 किमी और अबू धाबी से 180 किमी है। अजमान फ्री जोन की गिनती क्षेत्र के सबसे तेज विकसित होते फ्री जोन में होती है।”
अजमान फ्री जोन की स्थापना 1988 में की गई। इसे अजमान के शासक शेख हुमैद बिन राशिद अल नुआइमी के अमीरी आदेश सं. 3/1996 के तहत स्वायत्त होने का दर्जा दिया गया। अजमान फ्री जोन को अमीरात में एकमात्र नियामक एजेंसी नामित किया गया है।
अरब की खाड़ी के द्वार पर मौजूद अजमान फ्री जोन से पूर्वी और पश्चिमी दोनों बाजारांे के लिए काम करना आसान है। फ्री जोन में अभी लाखों दरहम की लागत से 10 लाख वर्ग मीटर से अधिक के फैलाव में विकास की योजना पर काम चल रहा है। इस क्षेत्र के बन कर तैयार होने के बाद यहां 1500 कम्पनियों के लिए पर्याप्त जगह होगी।