नई दिल्ली, 30 सितंबर (आईएएनएस)। जम्मू एवं कश्मीर के उड़ी में बीते 18 सितंबर को सैन्य शिविर पर हुए आतंकवादी हमले में घायल एक अन्य जवान ने शुक्रवार को दम तोड़ दिया, जिसके बाद उड़ी हमले के शहीदों की संख्या 19 हो गई है।
अधिकारियों ने बताया कि 35 वर्षीय जवान राज किशोर सिंह ने यहां आर्मी रिसर्च एंड रेफरल अस्पताल में दम तोड़ दिया। वह बिहार में भोजपुर जिले के पिरापटी गांव के रहने वाले थे और तीन भाइयों में सबसे छोटे थे।
राजकिशोर के घर में उनकी पत्नी कंचन देवी तथा दो बच्चे, 12 साल की बेटी सुहानी कुमारी और 10 साल का बेटा हेमंत सिंह हैं।
राजकिशोर की भतीजी ने आईएएनएस को बताया कि परिवार को इस बारे में जानकारी तड़के 3.30 बजे मिली।
राजकिशोर के बड़े भाई अशोक सिंह भी सेना में हैं, जबकि सबसे बड़े भाई देनी माधव सिंह सिंह तीन साल पहले ही सेना से सेवानिवृत्त हुए।
शहीद जवान के बेटे हेमंत सिंह ने कहा कि यदि मौका मिलता है तो वह भी सेना में जाएंगे और राष्ट्र की सेवा करेंगे।
राजकिशोर के चाचा राम निवास सिंह ने आईएएनएस को बताया, “परिवार आज शाम को अपने पैतृक गांव लौट जाएगा, जहां शव के दिल्ली से पहुंचने के बाद उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।”
उन्होंने बुधवार देर रात नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पार भारतीय सेना द्वारा किए गए ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ की भी प्रशंसा की।
जवान के निधन से पूरी परिवार सदमे में है। राजकिशोर की पत्नी कंचन कुछ भी बोलने की स्थिति में नहीं है।
राजकिशोर के निधन की खबर फैलने के बाद कई लोग और राजनीतिक पार्टियों के नेता उनके भोजपुर के आरा स्थित किराये के मकान पर इकट्ठा हो गए।
उड़ी हमले में पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के चार आतंकवादियों द्वारा निशाना बनाए गए अधिकांश जवान बिहार रेजीमेंट के थे।