लखनऊ , 4 नवंबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश की राजधानी में 5 नवंबर को होने जा रहे समाजवादी पार्टी (सपा) के रजत जयंती समारोह में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नहीं आएंगे, उनकी पार्टी की ओर से सांसद शरद यादव और के.सी. त्यागी शामिल होंगे।
सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव के न्योता देने के बावजूद जनता दल (युनाइटेड) के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार लखनऊ नहीं आएंगे। बताया गया है कि बिहार में होने वाली छठ पूजा में व्यस्तता के कारण वह नहीं आएंगे।
सपा के सूत्रों ने बताया कि मुलायम सिंह यादव ने गुरुवार देर शाम खुद नीतीश कुमार को फोन कर सपा के रजत जयंती समारोह में आने का निमंत्रण दिया था। जदयू के राष्ट्रीय महासचिव व प्रवक्ता के.सी. त्यागी ने भी स्वीकार किया कि मुलायम ने नीतीश को फोन किया था।
सूत्रों के मुताबिक, नीतीश ने रैली में न जाने का कारण बिहार में होने वाली छठ पूजा बताया है। नीतीश की अनुपस्थिति में शरद यादव सपा की रैली में जाएंगे।
के.सी. त्यागी ने कहा, “हम सपा में बन गए दो खेमों में से किसी एक का पक्ष लेना नहीं चाहते थे, लेकिन अब वैसी स्थिति नहीं रही। अगर सपा की ओर से यूपी चुनाव के लिए गठबंधन, मोर्चा या मर्जर का ऑफर आया तो हम रिस्पांड करेंगे।”
इधर, सपा के भीतर रजत जयंती को लेकर तैयारियां दिनभर चलती रहीं। शिवपाल सिंह यादव और प्रदेश के पदाधिकारियों के बीच बैठकों का सिलसिला सुबह से शाम तक चलता रहा। इस दौरान शिवपाल ने पार्टी कार्यालय में सपा युवा सम्मेलन बुलाया और युवाओं से इसमें बढ़चढ़कर हिस्सा लेने की अपील की।
सूत्रों के मुताबिक, सपा की रजत जयंती के मौके पर कांग्रेस के भी नेता दिखाई दे सकते हैं। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर ने हालांकि कहा कि अभी उन्हें न्योता नहीं मिला है, जब मिलेगा तब सोचा जाएगा।
सपा की रजत जयंती को लेकर भाजपा ने सवाल खड़ा किया है। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता चंद्रमोहन सिंह ने कहा कि सपा इस बार भ्रष्टाचार की रजत जयंती मना रही है। एक दिन पहले सपा ने अपनी ताकत दिखाई और कल शिवपाल अपनी ताकत दिखाएंगे। सपा में शक्ति प्रदर्शन का खेल चल रहा है।
उन्होंने कहा कि सपा ने चार वर्षो में जिस तरह से पूरे प्रदेश को लूटा है, उससे जनता ही नहीं, लोहिया जी की आत्मा भी कराह उठी है। शायद इसी वजह से मुख्यमंत्री के रथ का पहिया लोहिया पथ पर ही ठिठक गया।