डीजीपी जावीद अहमद ने बताया, “हादसे में घायल लोगों को अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है। फिलहाल स्थानीय प्रशासन की तरफ से राहत बचाव का कार्य शुरू कर दिया गया है।”
हादसे के बाद रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने कहा, “वह खुद हादसे पर नजर बनाए हुए हैं। राहत व बचाव कार्य के लिए टीम रवाना की जा चुकी है। हादसे की जांच की जाएगी। घबराने की जरूरत नहीं है।”
रेल मंत्रालय के अधिकारी अनिल सक्सेना ने कहा कि अब तक किसी के मौत की पुष्टि नहीं हुई है। कानपुर देहात के जिलाधिकारी कुमार रविकांत ने कहा, “राहत एवं बचाव कार्य चल रहा है। आगे जाने वाले यात्रियों के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की जा रही है।”
कानपुर देहात के एसपी प्रभाकर चौधरी के अनुसार, डीजीपी के ट्वीट के बाद कानपुर और कानपुर देहात का पूरा प्रशासनिक अमला सतर्क हो गया। हादसे में ट्रेन का गार्ड भी गंभीर रूप से घायल हो गया है। घटना के कारणों का पता अभी नहीं चल सका है। इस मामले में कानपुर, इटावा और इलाहाबाद से राहत ट्रेन मौके पर रवाना कर दी गई है। हादसे के बाद दिल्ली-हावड़ा रूट ठप हो गया है।
ट्रेन के ड्राइवर प्रदीप कुलश्रेष्ठ ने बताया, “पुखरायां रेल हादसे के बाद से इमरजेंसी ब्रेक लगाने की हिदायत दी गई थी। रूरा के बाद जब ट्रेन ने पटरी बदली तो अचानक काफी तेज जर्क लगा। ट्रेन की स्पीड ज्यादा नहीं थी, इमरजेंसी ब्रेक नहीं लगा सकते थे। लेकिन कुछ सेंकेड बाद ही तेज आवाज आने लगी। बाहर झांककर देखा तो बोगियां लड़खड़ा रही थीं। यह देख अचानक इमरजेंसी ब्रेक लगाया गया। अगर ब्रेक न लगाते तो काफी बड़ा हादसा हो सकता था।”