नई दिल्ली, 1 मार्च (आईएएनएस)। बिहार के पूर्वोत्तर मिथिला क्षेत्र यानी सहरसा, सुपौल, अररिया और पूर्णिया जैसे जिलों में बाढ़ की विभीषिका के लिए दशकों से चर्चित कोसी नदी के तटबंधों के बीच रह रहे लाखों लोगों के जीवन की दुर्दशा का सजीव चित्रण, जिस डॉक्यूमेंट्री फिल्म में किया गया है, उसका प्रसारण दूरदर्शन का राष्ट्रीय चैनल (डीडी-1) शनिवार को दोपहर 2 बजे करेगा।
इस डॉक्यूमेंट्री फिल्म का निर्देशन मिथिला में जन्मे जाने-माने निर्देशक भवेश नंदन झा ने किया है। देश की प्रतिष्ठित संस्था पब्लिक सर्विस ब्रोडकास्टिंग ट्रस्ट (पीएसबीटी) के बैनर तले निर्मित यह फिल्म दर्शाती है कि जीवन और मरण के बीच वाली स्थिति से जूझ रहे लोगों को किस हद तक नीति नियंताओं की अवहेलना का शिकार होना पड़ा है।
बिहार में मिथिला क्षेत्र के करीब 340 गांवों में अमूनन 12 लाख से ज्यादा आबादी को किस तरह से नजरंदाज किया गया है और उन लोगों को विकास से दूर रखा गया है, इसकी कहानी यही बयां करती है।
चिर लंबित कोसी बांध के अभी तक नहीं बनने और पानी का सही प्रबंधन न होने के कारण बाढ़ के रूप में बर्बादी और विनाश का तांडव तकरीबन हर साल देखने को मिलता है। इस क्षेत्र का यह हाल किसी से छुपा नहीं है। प्रत्येक वर्ष बाढ़ कोसी के क्षेत्रों में लाखों लोगों को बेघर होना पड़ता है, जन हानि होती है और अरबों रुपये के जान-माल की बर्बादी होती है। फिर भी आज तक किसी भी सरकार ने इस जटिल समस्या से निजात के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया है।
आजादी से पहले नेपाल से आने वाले पानी को रोकने के लिए अंग्रेज सरकार द्वारा इस पर बांध बनाने का फैसला लिया गया था। पर आजादी के बाद बांध निर्माण के निर्णय को भारत सरकार द्वारा तटबंध बनाने तक सीमित कर दिया गया। नतीजा आज दुनिया के सामने है।
आज भी इस क्षेत्र के लोग विकास की रोशनी से महरूम, लालटेन युग में रहने को मजबूर हैं। आज इस क्षेत्र के लोग गरीबी, निरक्षरता, बेरोजगारी और प्रवासन जैसी समस्याओं में घिरे पड़े हैं और देखनेवाला कोई नहीं है।
फिल्म के निर्देशक : भवेश नंदन झा, निर्माता राजीव मेहरोत्रा, पटकथा : मोतीलाल ठाकुर व भवेश नंदन झा, सिनेमैटोग्राफी : खालिद अब्बास, संगीत : प्रवेश मल्लिक, सहायक निर्देशन : अविनाश प्रभाकर, अपर्णा झा, कार्यकारी निर्माता : तूलिका श्रीवास्तव व रिद्धिमा मेहरा, संपादन : मुकेश झा, शोध : मुकेश चंदन, नैरेटर : सुर्जन सिंह, ध्वनि : राजीव मिश्र, एजाज अहमद।