महर्षिजी के भतीजे और भारत में उनके उत्तराधिकारी माने जाने वाले गिरीश वर्मा पर संस्थान की एक महिला कर्मचारी ने यौन उत्पीडऩ के गंभीर आरोप लगाए हैं। इन आरोपों के बाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर महर्षि संस्थान की छवि धूमिल हुई है। बताया जाता है कि इन आरोपों केे बाद महार्षि महेश योगी के सगे भतीजे अजय प्रकाश और आनंद प्रकाश भी हतप्रभ हैं और यह माना जा रहा है कि महर्षि द्वारा स्थापित शिक्षण संस्थानों के परिसरों का माहौल अत्यंत दूषित और जहरीला हो गया है। खबर है कि इन दिनों डॉ. नाडर ने महर्षिजी के दोनों भतीजों अजय और आनंद से चर्चा की है और शिक्षण संस्थान की गरिमा बचाने के लिए गिरीश वर्मा को महार्षि द्वारा स्थापित अन्य संस्थान में भेजा जा सकता है। शिक्षण संस्थानों की जिम्मेदारी अयज-आनंद में से किसी एक को सौंपी जा सकती है। रिश्ते में महर्षिजी के दूर के भतीते हैं, लकिन हालैंड में वर्मा ने महार्षिजी के साथ लंबा समय व्यतीत किया है। वैदिक धर्म की स्थापना और योग की शिक्षा के लिए गिरीश वर्मा ने ब्रह्मचर्य व्रत लिया। 1998 में महर्षिजी महेश योगी ने विश्व शांत ट्रस्ट की स्थापना की स्थापना हालैंड में की। महर्षिजी ने पूरी दुनिया को एक शांति राष्ट्र के रूप में मानते हुए इस लक्ष्य की स्थापना के लिए अपने 40 अनुयायियों को राजा बनाते हुए डॉॅ. टोनी नाडर को महाराजाधिराज बनाकर भव्य समारोह में इनका राज्याभिषेक किया था। टोनी नाडर ने उसी समय गिरीश वर्मा को अंतरराष्ट्रीय शिक्षा मंत्री बनाते हुए उनका शपथ समारोह किया था। तभी से गिरीश वर्मा महार्षि महेश योगी द्वारा स्थापित शिक्षण संस्थानों की कमान संभाले हुए हैं। महर्षिजी के निधन के बाद वर्मा का महार्षि के सगे भतीजों अजय और आनंद से विवाद भी हुआ। बाद में समझौते के रूप में गिरीश वर्मा को सभी शिक्षण संस्थानों और अजय-आनंद को अन्य संस्थानों की जिम्मेदारी मिली। अजय-आनंद दिल्ली में घर बनाया दूसरी ओर ब्रह्मचारी गिरीश वर्मा ने भोपाल में भोजपुर रोड पर पांच एकड़ में महलनुमा घर बनाया जिसमें अकेले वर्मा की सेवा के लगभग 40 से अधिक कर्मचारी और 30 से अधिक कारें लगाई गई हैं।गिरीश वर्मा पर उनकी संस्थान की एक महिला कर्मचारी ने यौन उत्पीडऩ का आरोप लगाया है। इस महिला के ससुर दृष्टिहीन हैं और उन्होंने गिरीश वर्मा को संगीत की शिक्षा दी है। महिला के पति पिछले 12 वर्षों से गिरीश वर्मा के प्रायवेट सेकेट्री रहे हैं कह सकते हैं कि गिरीश वर्मा के वे राजदार भी हैं। महिला का आरोप है कि गिरीश वर्मा ने भोपाल से बाहर की यात्राओं के दौरान होटलों में उनका यौन शोषण किया।सवाल यह है कि गिरीश वर्मा जो स्वयं ब्रह्मचारी हैं और महर्षि संस्थान में उनकी छवि पिता तुल्य है ऐसे में इतने गंभीर आरोपों के बाद भी चुप्पी रहस्यमय बनी हुई है। भोपाल में होते हुए भी उन्होंने स्वयं न तो इस संबंध में कोई जवाब दिया और न ही वे मीडिया से बात कर रहे हैं। जबकि गिरीश वर्मा को पिछले ढाई माह में इस शिकायत के बारे में जानकारी है।महर्षि महेश योगी वैदिक विश्वविद्यालय के कुलाधिपति गिरीश वर्मा पर लगे यौन उत्पीडऩ के मामले में राज्यपाल रामनरेश यादव ने गंभीरता से लेते हुए राज्य सरकार, पुलिस महानिदेशक और महिला आयोग से रिपोर्ट मांगी है। तीनों को पत्र लिखकर महामहिम ने तत्काल वस्तुस्थिति से अवगत कराने को कहा है। यहां बता दें कि गिरीश वर्मा मप्र विधानसभा में पारित संविधान के द्वारा बनाई गई महार्षि वैदिक विश्वविद्यालय के कुलाधिपति ही नहीं बल्कि छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा बनाई महार्षि यूनिवॢसटी ऑफ मैनेजमेंट एंड टेक्टोलॉजी के भी कुलाधिपति हैं। इसके अलावा वे महार्षि विद्यामंदिर स्कूल ग्रुप के चेयरमेन, महार्षि इंस्ट्टीयूट ऑफ इंफारमेशन टेक्नोलॉजी के प्रेसीडेंट भी हैं। इसके अलावा वे महार्षि वल्र्ड सेंटर ऑफ गंधर्व वेद एंड महार्षि वल्र्ड कैपीटल ऑफ पीस, ब्रह्म स्थान ऑफ इंडिया के डायरेक्टर जनरल भी हैं।
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