कोलकाता, 27 अगस्त (आईएएनएस)। एक्सपोर्ट-इंपोर्ट (एक्सिम) बैंक ऑफ इंडिया के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक यदुवेंद्र माथुर ने गुरुवार को कहा चीन अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में युआन का उपयोग बढ़ाने के लिए डॉलर पर हमला कर रहा है।
माथुर ने यहां फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) बैंकिंग सम्मेलन में कहा, “चीन संभवत डॉलर का दबदबा समाप्त करना चाहता है। वे सोचते हैं कि यदि युआन का भी अंतर्राष्ट्रीयकरण कर दिया जाए और अधिकाधिक लोग इसका उपयोग करने लगें, तो वे अपने देश की महंगाई को दूसरे देश में स्थानांतरित कर सकेंगे। मेरे खयाल से एक खेल यह हो सकता है, जो चीन खेल रहा है।”
उन्होंने कहा कि अमेरिकी डॉलर की अंतर्राष्ट्रीय स्वीकार्यता होने के कारण अमेरिकी अपने देश की महंगाई दूसरे देश में स्थानांतरित करने में सफल हो जाते हैं।
माथुर ने कहा कि अपने हित में तो चीन ने अपनी मुद्रा का अवमूल्यन कर दिया है, लेकिन चाहता है कि दूसरे देश ऐसा न करें।
उन्होंने कहा, “कई आयातक और निर्यातक मुद्रा के उतार-चढ़ाव से फायदा उठाना चाहते हैं। इसे हतोत्साहित किया जाना चाहिए।”
उन्होंने कहा, “रुपया मजबूत है। मेरी राय है कि देश की अर्थव्यवस्था की बुनियाद मजबूत है। लोगों को चिंता नहीं करना चाहिए। डर की कोई बात नहीं है।”
उल्लेखनीय है कि युआन के अवमूल्यन से कुछ ही समय पहले एक्सिम बैंक ने 10 करोड़ डॉलर मूल्य का युआन खरीदा था।
माथुर ने कहा, “अभी हालांकि कहना जल्दबाजी होगी कि युआन अवमूल्यन आगे क्या रूप लेगा।”