नई दिल्ली, 14 सितम्बर (आईएएनएस)। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे.पी. नड्डा ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली में अगस्त और सितंबर, 2015 में डेंगू के मामले में वृद्धि होने के कारण उत्पन्न स्थिति से निपटने के लिए मंत्रालय और दिल्ली सरकार की ओर से किए गए विभिन्न उपायों की समीक्षा की।
बैठक में दिल्ली सरकार को यह निर्देश देने का निर्णय लिया है कि डेंगू के मरीजों के उपचार के दौरान निजी अस्पतालों द्वारा किसी प्रकार अधिक शुल्क वसूलने के विरूद्ध कार्रवाई सुनिश्चित हो।
दिल्ली सरकार को राज्य सरकार के अस्पतालों में डेंगू के मरीजों के लिए अधिक बिस्तर उपलब्ध कराने और इसमें तेजी लाने का भी निर्देश दिया गया है। केन्द्र सरकार के अस्पतालों में भी डेंगू के मरीजों के लिए बिस्तरों की संख्या में वृद्धि की जा रही है।
डेंगू की स्थिति से निपटने की तैयारी की समीक्षा करने और इसके समाधान के उपायों के लिए केन्द्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री जे.पी. नड्डा की अध्यक्षता में आज यहां एक उच्चस्तरीय बैठक में उपर्युक्त निर्णय किए गए। बैठक के दौरान सचिव (स्वास्थ्य और परिवार कल्याण) बी.पी. शर्मा, अपर सचिव के.वी अग्रवाल, स्वास्थ्य मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी और राष्ट्रीय कीटाणु-जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम (एनवीबीडीसीपी) के अधिकारी उपस्थित थे।
स्मरण रहे कि डेंगू के बारे में जागरूकता पैदा करने और इसकी रोकथाम से जुड़ी अनेक गतिविधियां इस वर्ष फरवरी की शुरूआत से शुरू की गई थीं। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से डेंगू के बारे में इस वर्ष मार्च से अगस्त तक लगभग 12 चेतावनियां जारी की गईं। अप्रैल, 2015 में केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री द्वारा सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के लिए जारी की गई एक चेतावनी भी इसमें शामिल है। मार्च 2015 में केन्द्रीय स्वास्थ सचिव ने मुख्य सचिवों के लिए भी एक चेतावनी जारी की थी।
इसके अलावा, मेयरों, कारपोरेटरों सहित जनप्रतिनिधियों के साथ केन्द्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री, केन्द्रीय स्वास्थ्य सचिव और स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय के स्तर पर बैठकें, जागरूकता कार्यशालाएं आयोजित करके डेंगू के मामले की रोकथाम और उपचार के लिए तैयारी में राज्यों की मदद की गई।
स्वास्थ्य मंत्रालय, राज्य सरकार, नगरपालिका निकायों, एनडीएमसी, दिल्ली छावनी बोर्ड, सीपीडब्ल्यूडी, दिल्ली स्थित केन्द्र सरकार के अस्पतालों और डेंगू की रोकथाम तथा नियंत्रण के लिए शीर्ष एजेंसी-राष्ट्रीय कीटाणु-जनहित रोग नियंत्रण कार्यक्रम (एनवीबीडीसीपी) के साथ स्थिति की निरंतर और निकटतापूर्वक समीक्षा और निगरानी कर रहा है।
चुनिंदा 514 सेंटिनल सर्विलेंस अस्पतालों और मुख्य रेफरल प्रयोगशालाओं में एनएसआई और डेंगू के मामले का पता लगाने वाले आईजीएम परीक्षण किटों का पर्याप्त भंडार उपलब्ध है। मंत्रालय के वेबसाइट पर इस सूची के साथ उपचार संबंधी मार्गनिर्देश उपलब्ध है।
मंत्रालय ने डेंगू की रोकथाम और नियंत्रण के लिए समुदायों के बीच जागरूकता पैदा करने के लिए सघन लक्षित मल्टी-मीडिया आईईसी गतिविधियां भी चलाई हैं।