नई दिल्ली, 2 अक्टूबर (आईएएनएस)। महिला नेतृत्व के लिए वैश्विक आतिथ्य उद्योग में बेशुमार अवसर है और वह अपने साथ एक नया नजरिया लाती है। यह बात स्विट्जरलैंड के एक आतिथ्य और पर्यटन प्रबंधन स्कूल की शीर्ष अधिकारी सोनिया टाटर ने कही।
लेस रोचेज इंटरनेशनल स्कूल फॉर होटल मैनेजमेंट के मुख्य कार्यकारी अधिकारी-वर्ल्डवाइड टाटर ने यहां आईएएनएस से कहा, “महिला के पास हमेशा मानवीय पक्ष होता है। मेरे खयाल से महिला और पुरुष दोनों के लिए आतिथ्य में जगह है। किसी भी कारोबार में विविधता चाहिए। आतिथ्य के क्षेत्र में खास तौर से चाहिए।”
अपनी भूमिका के बारे में टाटर ने कहा कि उनकी भूमिका यह सुनिश्चित करने की है कि उनका स्कूल उद्योग के साथ तालमेल बना कर चले और सबसे आगे रहे तथा ऐसा नेतृत्व तैयार करे, जिसकी उद्योग का तलाश है।
टाटर ने भारत को लेस रोचेज के लिए दूसरा सबसे बड़ा बाजार बताया।
उन्होंने कहा, “अभी भारत में हमारा कोई संस्थान नहीं है, लेकिन हम अवसर ढूंढ रहे हैं। आतिथ्य क्षेत्र में यहां काफी तेजी होने के कारण हमें यहां बड़ा बाजार नजर आता है।”
उन्होंने बताया कि उनके स्कूल में नौ फीसदी भारतीय छात्र हैं।
उन्होंने कहा, “आम तौर पर लोग आतिथ्य क्षेत्र को दो नजरिए से देखते हैं : या तो आप होटल में या रेस्तरां में काम करते होंगे। वे आतिथ्य शब्द सुनकर आपके सेवा करते या अतिथियों का स्वागत करते होने की कल्पना करते हैं। एक शिक्षा प्रदाता के तौर पर हालांकि हमें यह बताने की जरूरत है कि आतिथ्य क्षेत्र का किस प्रकार से विकास हो रहा है।”
उन्होंने कहा, “दुनिया को यह बताने की जरूरत है कि यह उद्योग किस प्रकार से आज वैसा नहीं है, जैसा पहले हुआ करता था। कई टॉक शो टीवी पर आ रहे हैं। इसलिए धारणा बदली है और आगे भी बदलेगी, लेकिन हमें अभी मीलों चलना है।”