यह लांच सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों 1718 (2006), 1874 (2009), 2087 (2013) और 2094 (2013) का गंभीर उल्लंघन है।
सुरक्षा परिषद के सदस्यों ने छह जनवरी को उत्तर कोरिया द्वारा किए गए परमाणु परीक्षण पर प्रतिक्रियास्वरूप नए सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों में महत्वपूर्ण कदम उठाने की इच्छा व्यक्त की है।
उन्होंने बताया कि उत्तर कोरिया के इस कदम पर वे पहले भी कार्रवाई करने की इच्छा जता चुके हैं।
सुरक्षा परिषद की रविवार सुबह होने वाली आपातकाल बैठक के बाद यह बयान जारी किया गया।