नागरिक मामलों के उपमंत्री जाउ मिंग ने राज्य परिषद की एक न्यूज बीफ्रिंग में शुक्रवार को कहा, जो लोग अपने माता-पिता होने के कर्तव्यों से बचना चाहते हैं, अपने बच्चों से र्दुव्यवहार करते हैं या जिन्होंने अपने बच्चों को गांवों में छोड़ दिया है, उन्हें सार्वजनिक सुरक्षा के उल्लंघन के लिए सजा, कानूनी जांच या बच्चे पर हक छिनने की सजा मिल सकती है।
जाउ ने ऐसे बच्चों के संरक्षण पर राज्य परिषद द्वारा जारी एक दिशानिर्देश का भी हवाला दिया, जिसमें कहा गया गया है कि जो माता-पिता अपने बच्चों से बहुत कम मिलते हैं, उनके बच्चों की शारीरिक और मानसिक वृद्धि में भारी क्षति होती है।
जू ने कहा कि ऐसे आचरण न केवल परिवार नैतिकता का उल्लंघन करते हैं, बल्कि कुछ मामलों में यह कानून का भी उल्लंघन माना जाता है।
यह दिशानिर्देश साफ तौर पर कहते हैं कि बच्चों के जीवन में माता-पिता महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
60 लाख बच्चों के माता-पिता उनसे अलग रह रहे हैं, जिन्हें मूलभूत सुविधाओं और समुचित व्यवस्थाओं की कमी का सामना करना पड़ रहा है। इससे कई बच्चे अप्रिय घटनाओं की ओर प्रेरित हो रहे हैं, जिसमें पिछले साल दक्षिण पश्चिम चीन के गुइझोऊ प्रांत में चार बच्चों की आत्महत्या शामिल है।