नई दिल्ली, 20 फरवरी (आईएएनएस)। दिल्ली के ऊर्जा मंत्री सत्येंद्र जैन ने शनिवार को कई बिजली परियोजनाओं का लोकार्पण किया। इस मौके पर मंत्री ने कहा कि दिल्ली सरकार लोगों को उचित मूल्य पर निर्बाध विद्युत आपूर्ति के लिए संरचण और वितरण नेटवर्क को मजबूत करने के लिए कई कदम उठाए हैं।
सत्येंद्र जैन ने कहा कि ये परियोजनाएं पावर ट्रांसमिशन सिस्टम को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है तथा इनके माध्यम से बिजली वितरण कंपनियों को राज्य ग्रिड से पर्याप्त एवं विश्वसनीय रूप से बिजली आहरण करने में सहायता मिलेगी तथा दिल्ली को बिजली कटौती मुक्त क्षेत्र बनाने में सहायता मिलेगी।
उन्होंने इस अवसर पर कहा कि दिल्ली के 42 लाख उपभोक्ताओं में से 34 लाख उपभोक्ता प्रतिमाह 400 यूनिट से कम बिजली का उपयोग करते हैं। उन्हें सब्सिडी का लाभ मिला है और उनके बिजली बिल आधे हुए हैं। यदि केंद्र सरकार दिल्ली को आवंटित महंगी बिजली को वापस ले ले तो बिजली की दरें और कम हो सकती हैं।
बिजली चोरी के झूठे मामलों के निदान के बारे में उन्होंने बताया कि सरकार ने दिल्ली विद्युत विनियामक आयोग को नीति बनाने के लिए कहा है कि यदि जन शिकायत केन्द्र की जांच में भी कोई उपभोक्ता बिजली चोरी का दोषी पाया जाता है, केवल तब ही उसके खिलाफ केस दर्ज किया जा सकेगा।
दिल्ली ट्रांस्को के अघ्यक्ष एवं दिल्ली के ऊर्जा सचिव सुकेश जैन ने बताया कि दिल्ली ट्रांसको लिमिटेड ने 136 करोड़ रुपये का निवेश कर कई महžवपूर्ण को परियोजनाओ को पूरा किया है। इन परियोजनाओ से पारेषण क्षमता में 740 एमवीए की वृद्वि हुई है।
उन्होंने कहा कि अब 220 केवी के स्तर पर कुल ट्रांसमिशन क्षमता 11420 एमवीए तथा 400 केवी के स्तर पर 5410 एमवीए हो गई है इसके अलावा भूमिगत ट्रांसमिशन लाइन में भी 16.6 स*++++++++++++++++++++++++++++र्*ट किलोमीटर की वृद्वि हुई है अब 400 केवी के स्तर पर ट्रांसमिशन लाइनो की लंबाई लगभग 249.19 किलोमीटर है। 220 केवी के स्तर पर भूमिगत लाइनों की लंबाई 162.625 सर्किट किलोमीटर तथा भूमि के ऊपर लाइनों की लंबाई 603.493 सर्किट किलोमीटर है।