भोपाल- मध्य प्रदेश में आशा और ऊषा कार्यकर्ता के वेतन का मुद्दा एक बार फिर गरमा गया है। कांग्रेस के सीनियर लीडर और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आशा-ऊषा कार्यकताओं की सैलरी नहीं मिलने पर राज्य सरकार को घेरा है। कमलनाथ ने कहा कि आशा-ऊषा कार्यकर्ताओं को पांच महीनों से वेतन नहीं मिला। पूर्व मुख्यमंत्री ने इसे बहनों के साथ क्रूरता करार दिया है।
कमलनाथ ने एक एक्स पोस्ट में लिखा कि 5 महीने से आशा-ऊषा कार्यकर्ताओं को वेतन नहीं मिला, यह सरकार की अक्षमता और असंवेदनशीलता की हद है।हमारी आशा और ऊषा कार्यकर्ताएं वो मेहनती बहनें हैं, जो गाँव-गाँव जाकर माताओं और बच्चों की जान बचाती हैं, स्वास्थ्य सेवाओं को आखिरी छोर तक पहुँचाती हैं, लेकिन इस अंधी और बहरी सरकार मे पिछले 5 महीने से बिना वेतन के काम कर रही हैं। क्या यही सम्मान है जो हमारी सरकार इन नारी शक्तियों को दे रही है?