डिंडौरी से दीपक ताम्रकार
डिंडौरी-यूँ तो डिंडौरी पुलिस मध्यप्रदेश में अपने कामो को लेकर तरह तरह की चर्चाओ में है। लेकिन एक पुलिस कर्मी ऐसा है जिसके काम ने आज सभी का दिल जीत लिया ।जी हा बात खाकी की है,जिसकी पत्नी 9 माह से गर्भ से थी और हर पल कब क्या हो जाए ये भगवान भरोसे ही था। लेकिन डिंडौरी जिला अस्पताल की चोकी में अकेले ही अपना फर्ज निभा रहा अशोक मानकर पिछले 3 दिनों से बैचेन था।
कारन उसकी धर्मपत्नी नागपुर के अस्पताल में भर्ती थी। उसे पिछले 1 हफ़्तों से असहनीय दर्द हो रहा था ।जिसे फ़ोन पर अपनी पत्नी का हौसला अफजाई मेजर अशोक मानकर कर रहा था।
नहीं ली छुट्टी _ मामला पत्नी की डिलेवरी का था और वही मेजर अपने फर्ज से मजबूर था। पिछले 2 हफ़्तों से आये दिन चौकी में मर्ग, घटना,दुर्घटना और हॉस्पिटल में हंगामा सभी को अकेले ही सामना करना मानकर की दिन चर्या थी ।आपको यह भी बता दे की मेजर मानकर को 1 पुत्र और है। लेकिन दूसरी संतान होने की चिंता और पत्नी के असहनीय दर्द न सिर्फ मानकर को बैचैन कर के रखी थी बल्कि वक्त बे वक्त फ़ोन की घंटी भी नींद उड़ा दी थी।
खाकी के फर्ज निभाते जब आज सुबह नागपुर हॉस्पिटल से जब मेजर अशोक के पास फ़ोन आया तो दिल सहम उठा था ,फ़ोन पर जानकारी की आपकी पत्नी ने नन्हे बेटे को जन्मदिया है तो मानो मेजर की ख़ुशी का ठिकाना न रहा।
मानकर के जस्बे को सलाम, डिंडौरी जिला अस्पताल की चौकी में बधाई देने वालो का ताता लग गया। मेजर को पुलिस कर्मी के साथ साथ मीडिया के साथियो ने गले लगा कर बधाई दी तो वही आम नागरिको ने भी मेजर के फर्ज को सलाम करते हुए उसका मुँह मीठा कराया।