Thursday , 2 May 2024

ब्रेकिंग न्यूज़
Home » पर्यटन » कांवड़ियों का होगा पंजीकरण

कांवड़ियों का होगा पंजीकरण

kanwrgangaहरिद्वार। आपदा के दौरान श्रद्धालुओं की सही संख्या की जानकारी नहीं होने को लेकर किरकिरी झेल चुकी उत्तराखंड सरकार कांवड़ मेले में ऐसी स्थिति से दो-चार नहीं होना चाहती। इसलिए सरकार ने कांवड़ियों के पंजीकरण का फैसला लिया है। शिवभक्तों का रजिस्ट्रेशन संबंधित राज्य के साथ ही उत्तराखंड में भी होगा।

मेला नियंत्रण कक्ष में अंतर्राज्यीय समन्वय समिति की बैठक में इस पर सहमति बनी। गढ़वाल मंडल के कमिश्नर सुव‌र्द्धन की अध्यक्षता में हुई बैठक में पड़ोसी राज्यों ने भी रजिस्ट्रेशन पर सहमति जताई। पत्रकारों को बैठक की जानकारी देते हुए सुव‌र्द्धन ने बताया कि संबंधित राज्यों से अनुरोध किया है कि वे अपने यहां से आने वाले कांवड़ियों की संख्या के बारे में जानकारी रखें।साथ ही उत्तराखंड की सीमा पर भी रजिस्ट्रेशन किया जाएगा। कांवड़ियों से अनुरोध किया गया है कि वे अपने पास पर्ची रखें, जिसमें नाम, पता व मोबाइल नंबर दर्ज होगा। इसे एंट्री प्वाइंट पर दिया जाएगा। इसके बाद इनका उत्तराखंड में रजिस्ट्रेशन होगा। इस व्यवस्था से राज्य में आने वाले कांवड़ियों की वास्तविक संख्या का पता लग पाएगा। क्षेत्र विशेष से कितने लोग आए हैं यह जानने में भी आसानी होगी। डीआइजी गढ़वाल मंडल अमित सिन्हा ने बताया कि इस बार सुरक्षा में आइटीबीपी व रैपिड एक्शन फोर्स को भी लगाया जाएगा। सुरक्षा की दृष्टि से कांवड़ में एहतियात बरती जा रही है।

बैठक में कमिश्नर मुरादाबाद शिव शंकर सिंह, डीआइजी मेरठ के. सत्यनारायण, जिलाधिकारी बिजनौर अजयदीप सिंह, जिलाधिकारी मुजफ्फरनगर सुरेंद्र सिंह, सहित हरियाणा, दिल्ली के प्रशासनिक व पुलिस अधिकारी भी मौजूद थे।

23 से शुरू है मेला –

कांवड़ मेला 23 जुलाई से पांच अगस्त तक चलेगा। उत्तराखंड के चार जिले, हरिद्वार, देहरादून, टिहरी व पौड़ी मेले से सीधे जुड़े हुए हैं। पौड़ी जिले के नीलकंठ महादेव मंदिर में शिवभक्त जलाभिषेक के लिए पहुंचते हैं।

हरिद्वार में यहां होगा पंजीकरण-

चिडि़यापुर, सांतरशाह, धनौरी, जगजीतपुर, रेलवे व बस स्टेशन हरिद्वार

इनकी रहेगी मनाही-

-वाहनों पर डीजे बजाने पर

-साथ में हॉकी-डंडा लेकर चलने पर

-निर्धारित गंगा घाटों के अलावा अन्य स्थानों पर स्नान करने पर

-तय पार्किंग के अलावा अन्य जगहों पर वाहन खड़ा करने पर

-हाईवे पर कांवड़ियों को चलने की होगी मनाही

व्यापारी, जनप्रतिनिधियों से पुलिस ने किया विचार विमर्श-

कांवड़ यात्रा व इस दौरान होने वाली कठिनाईयों को लेकर रविवार को पुलिस ने जन प्रतिनिधियों, व्यापारियों व शिविर संचालकों के साथ मोदीनगर थाना परिसर में बैठक ली। सीओ अम्बेश चंद त्यागी ने कहा कि हाइवे-58 पर यातायात व्यवस्था बनाने के लिये इस बार कट अधिकांश बंद रहेंगे। शिविर में डीजे बजने व वाहनों पर डीजे न जा सके इसके लिये डीजे संचालकों को नोटिस जारी किये जा चुके है। मोबाइल के जरिये फोटो खींचने वाले अराजक तत्वों पर निगाह रखने हेतु इस बार सादी वर्दी में महिला पुलिस तैनात रहेंगी।

बैठक के बाद सीओ ने बताया कि कांवड़ सेवा शिविरों में काम करने वालों की लिस्ट भी शिविर संचालकों को प्रशासन को देनी होगी। बिजली कनेक्शन व शिविर की अनुमति के लिये प्रशासन की ओर से शिविर आयोजित होगा। यातायात व्यवस्था बनाये रखने के लिये चार वाहन लाउड स्पीकर के जरिये कादराबाद से लेकर अबूपुर तिराहे तक मूवमेंट करेंगे। हाइवे-58 पर तीन एंबुलेंसों की व्यवस्था रहेगी और बेतरतीब वाहन खड़ा करने वालों पर अंकुश लगाने के लिये दो क्रेन सड़क पर रहेंगी। शिविर संचालकों व व्यापारियों द्वारा हाइवे कट कई स्थानों पर खोले जाने की उठाई गयी मांग पर उन्होंने स्पष्ट कहा कि इससे यातायात व्यवस्था बिगड़ेगी। उन्होंने हाइवे कट अधिक से अधिक बंद रखने को लेकर सहयोग मांगा। डीजे पर अंकुश लगाये जाने को लेकर बताया कि क्षेत्र के डीजे संचालकों को नोटिस जारी किये जा चुके है। मीट व्यापारियों को भी पालिका की ओर से सचेत कर दिया गया है। साथ ही ट्रांसपोर्ट से जुड़े वाहन ट्रक टाटा-407 आदि वाहनों में सवारी बैठाने पर वाहन के विरुद्ध सीज की कार्यवाही की जायेगी। बैठक में थाना प्रभारी राशिद अली ने कहा कि शिविर संचालक इस बार शिविर में ठहरने वाले कांवड़ियों के नाम व पते भी रखेंगे साथ ही शिविर में काम करने वालों की भी सूची प्रशासन को देनी होगी। बैठक में भाजपा नेता सुदेश जैन,यशपाल गुप्ता, सभासद दीपक वत्स,सोनू , प्रभाकर शर्मा, डा. पवन सिंघल, प्रेम चंद सोनी के अलावा भोजपुर थाना प्रभारी संजीव शुक्ला आदि थे।

कांवड़ियों का होगा पंजीकरण Reviewed by on . हरिद्वार। आपदा के दौरान श्रद्धालुओं की सही संख्या की जानकारी नहीं होने को लेकर किरकिरी झेल चुकी उत्तराखंड सरकार कांवड़ मेले में ऐसी स्थिति से दो-चार नहीं होना च हरिद्वार। आपदा के दौरान श्रद्धालुओं की सही संख्या की जानकारी नहीं होने को लेकर किरकिरी झेल चुकी उत्तराखंड सरकार कांवड़ मेले में ऐसी स्थिति से दो-चार नहीं होना च Rating:
scroll to top