आधुनिक वेधशाला होगी आज से शुरू
मध्यप्रदेश का प्रथम अत्याधुनिक तारा मंडल बनकर तैयार हो गया है। बसंत विहार उज्जैन में निर्मित इस अद्भुत खगोलशास्त्रीय रचना का लोकार्पण पूर्व राष्ट्रपति डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम 12 जून को सुबह 10.30 बजे करेंगे। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगे और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री श्री कैलाश विजयवर्गीय विशिष्ट अतिथि होंगे।
इसी तारतम्य में आज विक्रम विश्वविद्यालय में वैज्ञानिक संवाद में तारा मंडल की भूमिका विषय पर एक राष्ट्रीय कार्यशाला हुई। देवी अहिल्या विश्वविद्यालय, इंदौर के कुलपति डॉ. डी.पी. सिंह ने कार्यशाला का शुभारंभ किया। मध्यप्रदेश विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद के महानिदेशक प्रोफेसर प्रमोद कुमार वर्मा ने कार्यशाला की अध्यक्षता की। विज्ञान प्रसार, नई दिल्ली के निदेशक श्री आर. गोपीचंद और एनसीएसटीसी नई दिल्ली के डॉ. वी.के. सिंह ने कार्यशाला में अपने विचार व्यक्त किए।
वेधशाला का निर्माण भी पूरा हो चुका है जिसका लोकार्पण 11 जून को मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान करेंगे। महिदपुर तहसील के ग्राम डोंगला में निर्मित इस अत्याधुनिक वेधशाला का लोकार्पण दोपहर 2 बजे होगा। कार्यक्रम की अध्यक्षता सह-सरकार्यवाह श्री सुरेश सोनी करेंगे। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री श्री कैलाश विजयवर्गीय विशिष्ट अतिथि होंगे।
इन दोनों अवसर पर देश के 40 तारा मंडल के निदेशक/ समन्वयक, 50 सांइस कम्युनिकेटर और 30 से अधिक खगोलविद् और वैज्ञानिक उपस्थित रहेंगे। इनमें मुख्य रूप से डॉ. श्रीकांत पाठक, नेहरू सांइस सेंटर मुंबई, डॉ. डी.पी. दुआरी, एम.पी. बिड़ला प्लेनेटोरियम कोलकाता, डॉ. रत्नाश्रीनिदेश नेहरू प्लेनेटोरियम नई दिल्ली, डॉ. बी.एस. शैलजा जवाहर लाल नेहरू प्लेनेटोरियम बैंगलुरू, डॉ. बी.पी. सिंह और डॉ. डी.के. पाण्डेय एनसीएसटीसी नई दिल्ली तथा श्री अरविंद परांजपे नेहरू प्लेनेटोरियम मुंबई शामिल हैं।
इस अवसर पर खगोल विज्ञान से जुड़ी अंतर्राष्ट्रीय कंपनी इन्फोविजन मुंबई, लियो प्लेनेटोरियम नई दिल्ली तथा गोटो कोलकाता द्वारा विक्रम विश्वविद्यालय परिसर में खगोल विज्ञान पर आकर्षक प्रदर्शनी लगाई गई है।