जेनेवा, 18 जनवरी (आईएएनएस)। विश्व की छह प्रमुख शक्तियों और ईरान के बीच विवादास्पद परमाणु कार्यक्रम पर रविवार को शुरू हुई दूसरे चरण की वार्ता सोमवार को समाप्त हो गई।
समाचार चैनल ‘प्रेस टीवी’ के अनुसार, पांच दिनों तक बंद कमरे में चली बातचीत के दौरान दोनों पक्षों ने आपसी मतभेदों को दूर करने और एक व्यापक परमाणु समझौता करने के लिए गंभीर प्रयास किए।
ईरान और पी5 प्लस1 समूह देशों, जिसमें रूस, चीन, फ्रांस, इंग्लैंड, अमेरिका और जर्मनी शामिल हैं, के बीच अगले महीने फिर से बातचीत शुरू करने पर सहमति के साथ रविवार को वार्ता समाप्त हुई।
अगले दौर की बातचीत के लिए हालांकि अभी जगह और तारीख निश्चित नहीं हो सका है।
ईरान के उप विदेश मंत्री ने जेनेवा में हुई इस वार्ता को ‘अच्छा’ और ‘व्यापक’ बताया।
उन्होंने कहा, “हमने सभी मुद्दों पर बेहद गंभीर और पेशेवराना रवैये के साथ चर्चा की।”
उन्होंने हालांकि यह भी कहा कि तेहरान और उसके पक्षकार ‘दोनों पक्षों के बीच मतभेदों को दूर करने पर’ अभी भी काम कर रहे हैं।
वार्ताकारों ने 12 वर्ष से तेहरान के शांतिपूर्ण परमाणु कार्यक्रमों को लेकर चल रहे विवाद का अंतिम और दीर्घकालिक समाधान निकालने के लिए बाचतीत की पहल की।
दोनों पक्षों के बीच हाल में हुई वार्ताओं के दौरान ईरान के विदेश मंत्री मोहम्मद जावेद जरीफ और अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी के बीच जेनेवा और पेरिस में लंबी बातचीत हुई।
पिछले वर्ष दोनों पक्षों के बीच निर्धारित समयसीमा के भीतर एक स्थायी परमाणु समझौते पर सहमति के लिए बातचीत के बेनतीजा समाप्त होने के बाद यह दूसरे चरण की वार्ता थी।
दोनों पक्षों ने अब वार्ता की समयसीमा सात महीने बढ़ाने का निर्णय किया है और समयसीमा एक जुलाई रखी गई है।
अब तेहरान और पी5 प्लस1 समूह के देश एक मार्च तक किसी उच्चस्तरीय राजनीतिक समझौते पर पहुंचना चाहेंगे, और समझौते के हर बिंदु पर एक जुलाई तक सहमति कायम करने की कोशिश करेंगे।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।