(भोपाल )-धर्मपथ- भोपाल सेन्ट्रल जेल में सिमी आतंकियों द्वारा जेल ब्रेक की इतनी बड़ी घटना को अंजाम दिया गया लेकिन भ्रष्ट जेल प्रशासन ने अभी भी सबक नहीं लिया है.अभी भी कैदियों के खाने-पीने के सामान में नशे का सामान छुपा कर भेजा जा रहा है.इस हेतु जेल प्रहरी अभी भी धन वसूल रहे हैं.
जेल तोड़ भागने की घटना प्रशासनिक भ्रष्टाचार का जीवंत उदाहरण है.जिला कलेक्टर के कार्यक्षेत्र में आने वाली जेल पर कलेक्टर ने कभी ध्यान ही नहीं दिया और न ही वे अभी जिम्मेदारी के प्रति जागरूक दिख तरहे हैं.
जब हमने जेल के मुख्य द्वार के आस-पास लोगों से चर्चा की तब लोगों ने बताया की इच्छा अनुरूप सामान भेजने में किसी किस्म की परेशानी नहीं आ रही है अपितु पैसा अधिक देना पड़ रहा है .
भोपाल जेल में बंद आतंकवादियों द्वारा इस घटना के पीछे असली गुनाहगार आज भी अपना धंधा जोरों से कर रहे हैं और देशभक्ति भूल धन-पशु बन चुके हैं.