पुलिस के अनुसार, एरच निवासी लक्ष्मी नारायण सोनी पुत्र दुर्जन लाल सोनी ने 25 दिसंबर को पुलिस को बताया कि उसकी ज्वेलरी की दुकान है। वह शाम को दुकान से सोने-चांदी के जेवर घर ले आता है। बुधवार रात किसी बदमाश ने उसके घर से तीन लाख से अधिक रुपये के सोने-चांदी के जेवर चोरी कर लिए हैं। पुलिस ने युवक के खिलाफ मुकदमा दर्जकर विवेचना शुरू कर दी।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सुभाष चंद्र दुबे ने बताया कि थाना प्रभारी हफीर्जुरहमान को मुखबिर ने सूचना दी कि एक शातिर अपराधी बेतवा पुल किनारे खड़ा है और उसके पास चोरी का माल भी है, जिसे वह बेचने जा रहा है।
सूचना मिलते ही थाना प्रभारी ने बताए गए स्थान पर जाकर एक युवक को पकड़ लिया। पूछताछ के दौरान युवक ने अपना नाम एरच निवासी अजय कुमार अहिरवार बताया। उसके पास से पुलिस ने चोरी किए गए सौ ग्राम सोने व डेढ़ किलोग्राम चांदी के जेवर भी बरामद किए। इनकी कीमत लगभग तीन लाख रुपये से अधिक थी।
एसएसपी के अनुसार, पकड़े गए अजय कुमार अहिरवार ने बताया कि उसे अपनी पत्नी का नसबंदी का ऑपरेशन कराना था। उसके बाद खिलाई-पिलाई के लिए रुपयों की जरूरत थी। परिवार वाले उसे रुपये पैसे नहीं देते हैं। इसलिए उसने चोरी की योजना बनाई।
उसने बताया कि घटना वाली रात वह लक्ष्मी नारायण सोनी के घर के पास लगे पेड़ के सहारे मकान में छत पर पहुंच गया। उसने बताया कि छत पर लगे दरवाजे पर ताला लगा था, जिसे उसने रेती के सहारे काटा था। वहां से सीधे घर के अंदर आ गया। यहां उसने दरवाजे की कुंडी अंदर सेबंद कर दी और वहां से उक्त जेवर चोरी कर लिए। जहां से वह घर में गया था, उसी रास्ते से वह वापस चला गया।
पकड़े गए युवक का आपराधिक रिकार्ड रहा है। वह पहले एक हत्या के आरोप में और फिर अवैध तमंचा रखने केआरोप में जेल की हवा खा चुका है। उसे अब फिर जेल भेजा जा रहा है। उसने बताया कि पहले दोनों मामलों में उसे झूठा फंसाया गया था, मगर इस बार उसने अपराध किया है, इसलिए उसे जेल जाने का मलाल नहीं है। मलाल यह है कि वह अपनी पत्नी की नसबंदी नहीं करा पाएगा।