पहला झटका करीब 11.42 मिनट पर आया। इस दौरान लगभग 20 से 25 सेकेंड तक घर, स्कूल, अस्पताल व अन्य इमारतें हिलती रहीं। भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 7.4 बताई जा रही है। इसके बाद लगभग 12 बजकर 25 मिनट पर एक बार फिर से भूंकप के झटके महसूस हुए। स्कूल, अस्पताल, होटल, दफ्तर से सभी लोग तुरंत बाहर निकल आए।
भू-वैज्ञानिक और लखनऊ यूनिवर्सिटी में भूगर्भ विज्ञान विभाग के प्रोफेसर डॉ. ध्रुवसेन सिंह ने बताया कि 20 से 30 सेकेंड तक झटके महसूस किए गए। लखनऊ में इस तरह के झटके 35 साल बाद आए।
प्रदेश के बाराबंकी में भूकंप के झटकों से तीन बच्चों के घायल होने की खबर है। वहीं, गोरखपुर में दीवार गिरने से एक व्यक्ति घायल हो गया। इलाहाबाद में कचहरी से वकील तुरंत बाहर निकल आए। मथुरा में एसपी ऑफिस की दीवार में दरार पड़ गई। इस दौरान कई कंपनियों के नेटवर्क व्यवस्था बिगड़ गई। वहीं अयोध्या के कमाख्या मंदिर की छत भूकंप के झटके से गिर गई।
आगरा, बांदा, कौशांबी, हापुड़, सुलतानपुर, एटा, कासगंज, गोरखपुर, फिरोजाबाद, मथुरा, बिजनौर, बागपत में भी भूकंप के तगड़े झटके लगे। अमेठी, आजमगढ़, बरेली, लखीमपुर खीरी, मैनपुरी, औरैया, संतकबीरनगर, बहराइच व पीलीभीत में भी झटके महसूस किए गए।
प्रतापगढ़, बाराबंकी, गोंडा व मिर्जापुर में भी लोग दहशत के कारण मकानों से बाहर भागे। कानपुर, वाराणसी, लखनऊ इलाहाबाद, बलिया, रामपुर, फैजाबाद, सीतापुर, नोएडा, गाजियाबाद तथा बुलंदशहर में भूकंप के झटकों से लोगों में दहशत फैल गई। जमीन में करीब 30 सेकेंड तक कंपन होने के बाद अफरातफरी मच गई। भयभीत लोग अपनों का हालचाल लेने के लिए फोन लगाते रहे, लेकिन फोन लग नहीं रहा था।