वाशिंगटन : अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने विश्व शक्ति के रूप में चीन की शांतिपूर्ण प्रगति का स्वागत करते हुए दो दिवसीय बैठक के लिए आज चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग का कैलिफोर्निया के पाम स्प्रिंग्स में स्वागत किया। दोनों देशों के नेताओं ने अमेरिका और चीन के बीच संबंधों के प्रति नये रुख का आह्वान किया।
ओबामा ने शी के साथ अपनी पहली द्विपक्षीय बैठक से पहले कहा, विश्व शक्ति के रूप में चीन की शांतिपूर्ण प्रगति जारी रहने का अमेरिका स्वागत करता है। वास्तव में यह अमेरिका के हित में है कि चीन का सफलता के मार्ग पर चलना जारी रहे क्योंकि हम मानते हैं कि एक शांतिपूर्ण, स्थिर समृद्ध चीन ना केवल चीनी नागरिकों के लिए बल्कि विश्व और अमेरिका के लिए अच्छा है। ओबामा ने जब यह बात कही शी उनके बगल में खड़े थे। उन्होंने कहा कि विश्व की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के रूप में अमेरिका और चीन के बीच स्वस्थ्य आर्थिक प्रतिस्पर्धा होगी। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के समक्ष व्यापक चुनौतियां हैं जिस पर उन्हें सहयोग करना है। इसमें परमाणु सम्पन्न उत्तर कोरिया या उत्तर कोरिया का परमाणु और मिसाइल कार्यक्रम से लेकर उसके प्रसार और जलवायु परिवर्तन जैसे मुद्दे शामिल हैं।
ओबामा ने कहा, अमेरिका एक ऐसी अंतररष्ट्रीय अर्थव्यवस्था और अंतरराष्ट्रीय आर्थिक व्यवस्था चाहता है जिसमें एक ही नियम का पालन हो, जहां व्यापार मुक्त और निष्पक्ष हो और जिसमें अमेरिका और चीन साइबर सुरक्षा और बौद्धिक सम्पदा जैसे मुद्दों के समाधान के लिए एकसाथ कार्य करें। हाल के महीनों में साइबर सुरक्षा के मुद्दे ने दोनों देशों के बीच टकराव पैदा किया है।
उन्होंने कहा, सामरिक चिंताओं के अलावा हम आर्थिक चुनौतियों साझा करते हैं जिसका सामना हमारे देश करते हैं, मैं मानवाधिकार के महत्व पर जोर देना जारी रखूंगा। ओबामा ने कहा कि शी ने एक देश और ऐसे देश की बात की है जो कि सतत आत्मोत्थान और प्रगति को प्रतिबद्ध हैं। इतिहास यह दिखाता है कि सार्वभौमिक अधिकारों को बरकरार रखना अंतत: सभी देशों की सफलता, समृद्धि और न्याय का आधार है।
शी ने दुभाषिए की मदद से कहा कि वे चीन-अमेरिका संबंधों का भविष्य की रूपरेखा तय करने, इस संबंध का खाका बनाने और प्रशांत महासागर के पार अपना सहयोग जारी रखने के लिए मुलाकात कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, वर्तमान समय में चीन-अमेरिका संबंध एक नये ऐतिहासिक प्रारंभ बिंदु पर पहुंचे हैं। हमारे दोनों देशों के व्यापक साझा हित हैं जिसमें स्वेदश में हमारे अपनी आर्थिक विकास दर को प्रोत्साहित करने से लेकर वैश्विक अर्थव्यवस्था की स्थिरता सुनिश्चित करना, अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय ज्वलंत मुद्दे से लेकर सभी तरह की वैश्विक चुनौतियों का सामना करना शामिल है। इन सभी मुद्दों पर हमारे दोनों देशों को आदान प्रदान और सहयोग बढ़ाने की आवश्यकता है।
शी ने कहा, नये वातावरण में हमें अपने द्विपक्षीय संबंध पर नजदीकी तौर पर गौर करने की आवश्यकता है। हम दोनों चीन-अमेरिका के बीच किस तरह का सहयोग चाहते हैं? हमारे दोनों देश आपसी लाभ के लिए किस तरह का सहयोग कर सकते हैं? हमारे दोनों देश विश्व में शांति और विकास को बढ़ावा देने के लिए किस तरह साथ काम कर सकते हैं? ये वे चीजें हैं जिसे ना केवल दोनों देशों के लोग नजदीकी रूप से देख रहे हैं बल्कि पूरा विश्व इस पर नजरें गड़ाये हुए है। उन्होंने कहा कि दोनों पक्षों को अपने लोगों के मलभूत हितों से आगे बढ़ते हुए मानव विकास और प्रगति को ध्यान में रखना चाहिए। उन्होंने कहा, हमें रचानात्मक रूप से विचार करने और उत्साहपूर्वक कार्य करने की जरुरत है ताकि साथ कार्य करते हुए हम प्रमुख देश के संबंधों का एक नया मॉडल बना सकें। इससे पहले औपचारिकता को अलग रखते हुए ओबामा और शी 46 डिग्री तापमान में खुले में कैमरे के सामने हाथ मिलाया। दोनों नेताओं ने काले रंग का सूट और बिना टाई के सफेद कमीज पहन रखी थी। दोनों कुछ समय के लिए मुस्कराते हुए खड़े रहे और उसके बाद साथ में अंदर जाने से पहले हाथ मिलाया।
बैठक में शामिल होने वाले अमेरिकी अधिकारियों में विदेश मंत्री जॉन कैरी, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार टॉम डोनीलॉन, उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार माइक फ्रोमैन, एशिया मामलों के वरिष्ठ निदेशक डैनी रसेल और दक्षिण पूर्व एशिया मामलों के निदेशक इवान मेडिरोज शामिल थे। बैठक में शामिल होने वाले चीनी अधिकारियों में कम्युनिस्ट पार्टी आफ चाइना (सीपीसी) की केंद्रीय कमेटी के पॉलिटिकल ब्यूरो के सदस्य एवं सीपीसी केंद्रीय कमेटी की पॉलिसी रिसर्च आफिस के निदेशन वांग हुनिंग, सीपीसी केंद्रीय कमेटी के पालिटिकल ब्यूरो के सदस्य एवं सीपीसी केंद्रीय कमेटी के जनरल आफिस के निदेशक ली झानशू, स्टेट काउंसीलर यांग च्याची, विदेश मंत्री वांगयि, अमेरिका में चीन के राजदूत कुई तियांकई तथा सहायक विदेश मंत्री झेंग जेगुआंग शामिल थे।