भोपाल, 10 नवंबर (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश में अल्प वर्षा के चलते फसलों को हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए केन्द्रीय सूखा अध्ययन दल ने सोमवार को चार जिलों-उमरिया, रीवा, शहडोल और कटनी के कई गांवों में जाकर नुकसान का जायजा लिया।
आधिकारिक बयान के अनुसार, अध्ययन दल ने उमरिया जिले के मानपुर विकास खंड के गांव गोवर्दे में प्रभावित फसलों का जायजा लिया और चौपाल लगाकर किसानों से चर्चा की। दल के सदस्यों ने रबी सीजन की बोनी, खाद-बीज की उपलब्धता, सिंचाई संसाधनों और गर्मी के मौसम तक पेयजल की व्यवस्था के संबंध में ग्रामीणों और अधिकारियों से चर्चा की।
केंद्रीय अध्ययन दल के सदस्यों ने रीवा जिले में रायपुर, मनगवां और हनुमना तहसील के प्रभावित गांव का दौरा किया। उन्होंने फसल कटाई प्रयोग, सर्वे तथा प्रभावित किसानों की सूची के संबंध में विस्तार से चर्चा की। दल के सदस्यों ने रीवा कृषि उपज मंडी का दौरा कर वहां भी फसल की गुणवत्ता को देखा।
केन्द्रीय अध्ययन दल ने शहडोल जिले के गोहपारु विकास खंड के गांव असवारी और मलथार का दौरा किया। उसने फसलों का निरीक्षण किया। दल के सदस्यों ने पेयजल की उपलब्धता, पशुओं के लिए चारा तथा अन्य व्यवस्थाओं का भी जायजा लिया। अध्ययन दल ने कटनी तथा पन्ना जिले के भी कई गांवों का दौरा किया।