संयुक्त राष्ट्र, 28 सितम्बर (आईएएनएस)। जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल ने लैंगिक समानता और महिला सशक्तिकरण पर वैश्विक नेताओं की बैठक में कहा है कि महिला अधिकार, मानव अधिकार हैं।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ मुताबिक, संयुक्त राष्ट्र के कार्यक्रम में मर्केल ने कहा, “क्या यह मानवता के लिए शर्मनाक नहीं है कि हमें अब भी इसे विशेष तौर पर कहना पड़ता है।”
कार्यक्रम का उद्घाटन रविवार को हुआ था।
मर्केल ने अपने भाषण में महिलाओं के विरुद्ध हिंसा और शांति बनाए रखने में महिलाओं के योगदान को केंद्र में रखते हुए कहा, “हमें शांति के लिए महिलाओं की जरूरत है, हमें विकास के लिए महिलाओं की जरूरत है।”
मर्केल ने कहा कि जहां महिलाओं को उनके अधिकारों से वंचित किया जाता है, वहां विकास नहीं हो सकता।
मर्केल ने कहा, “जहां भी महिलाओं को उनके अधिकारों और स्वतंत्रता से वंचित रखा जाता है, जहां भी उनका शोषण किया जाता है वहां विकास बेहद सीमित रह जाता है।”
मर्केल ने कहा, “खासतौर पर संकटग्रस्त इलाकों में महिलाओं के प्रति हिंसा एक कटु सच्चाई है, चाहे वह सीरिया हो, नाइजीरिया, इराक या दक्षिणी सूडान। कहानियां लगभग एक जैसी ही हैं।”
मर्केल ने कहा, “महिलाओं को उनके परिवारों से अलग कर दिया जाता है, उनके साथ दुष्कर्म किया जाता है और उन्हें दास बनाकर रखा जाता है। ऐसी हर कहानी हमारे लिए एक सीख है कि सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव 1325 का हर दिन पालन किया जाए।”
शांति बनाने में महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका को पहचानने और शांति वार्ताओं में उनकी भागीदारी बढ़ाने के लिए संयुक्त राष्ट्र के सदस्य देशों ने अक्टूबर 2000 में सुरक्षा परिषद प्रस्ताव 1325 लागू किया था।